Published On: Mon, Aug 12th, 2024

तेलंगाना में यूट्यूबर ने मोर की करी बनाई, वीडियो डाला: केस दर्ज; इससे पहले जंगली सुअर की करी बनाने का वीडियो शेयर किया था


हैदराबाद22 मिनट पहले

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मोर की करी बनाने और यूट्यूब पर अपलोड करने वाले कोदम प्रणयकुमार की तस्वीर। - Dainik Bhaskar

मोर की करी बनाने और यूट्यूब पर अपलोड करने वाले कोदम प्रणयकुमार की तस्वीर।

तेलंगाला के सिरसिल्ला जिले में एक यूट्यूबर ने अपने चैनल पर मोर की करी बनाने का वीडियो शेयर किया है। शनिवार को अपलोड किए गए इस वीडियो में उसने बताया कि पारंपरिक तरीके से मोर की करी कैसे बनाई जाती है। यूट्यूबर की पहचान कोदम प्रणयकुमार के नाम से हुई है।

इस वीडियो के सामने आने के बाद एनिमल राइट्स एक्टिविस्ट्स ने हंगामा खड़ा कर दिया है। उनका कहना है कि ऐसे वीडियो से राष्ट्रीय पक्षी को अवैध तरीके से मारने की बात कही जा रही है। पुलिस ने कोदम प्रणयकुमार के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और उसकी तलाश शुरू कर दी है।

यूट्यूब के श्री टीवी चैनल की तस्वीर। इस पर कोदम प्रणयकुमार ने कई रेसीपी के वीडियो पोस्ट किए हैं।

यूट्यूब के श्री टीवी चैनल की तस्वीर। इस पर कोदम प्रणयकुमार ने कई रेसीपी के वीडियो पोस्ट किए हैं।

यूट्यूब चैनल पर सुअर की करी का वीडियो भी शेयर किया था
प्रणयकुमार के श्री टीवी नाम के यूट्यूब चैनल पर एक और विवादित वीडियो है, जिसमें वह जंगली सुअर की करी बना रहे हैं। हालांकि इन वीडियो को अब डिलीट कर दिया गया है, लेकिन एनिमल राइट्स एक्टिविस्ट्स पुलिस और वन विभाग के अधिकारियों द्वारा जांच की मांग कर रहे हैं।

सिरसिल्ला के एसपी अखिल महाजन ने बताया कि भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के तहत यूट्यूबर पर केस दर्ज कर लिया गया है और उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। ऐसी कोई गतिविधि करने वाले दूसरे लोगों पर भी एक्शन लिया जाएगा।

मोर को 26 जनवरी 1963 को भारत का राष्ट्रीय पक्षी घोषित किया गया था। इसे इसकी सुंदरता, संस्कृति में महत्वपूर्ण स्थान और भारतीय परंपराओं में इसके महत्व के कारण चुना गया।

मोर को 26 जनवरी 1963 को भारत का राष्ट्रीय पक्षी घोषित किया गया था। इसे इसकी सुंदरता, संस्कृति में महत्वपूर्ण स्थान और भारतीय परंपराओं में इसके महत्व के कारण चुना गया।

तेलंगाना का एक और यूट्यूब चैनल संरक्षित जानवरों के शिकार की वीडियो डाल रहा
फॉरेस्ट एंड वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन सोसाइटी (FAWPS) के मुताबिक तेलंगाना का ही एक और चैनल OneVBH Vlogs लगातार संरक्षित जानवरों के शिकार की वीडियो पोस्ट करता आ रहा है। FAWPS के सदस्य मिर्जा करीम बेग ने कहा कि हमने अधिकारियों से मांग की है कि इन आरोपियों के खिलाफ तुरंत एक्शन लिया जाए और संबंधित कानून के तहत उन पर कार्रवाई हो।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मई 2024 में वाइल्डलाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो (WCCB) ने संरक्षित जानवरों के अवैध ट्रेड, शिकार और उन्हें पकाए जाने से जुड़े 1,158 वीडियो हटाए थे। एक समय पर राज्य में एक्टिव वाइल्डलाइफ एंटी-पोचिंग स्क्वाड अब निष्क्रिय हो गया है।

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