ड्रग्स केस के आरोपी ने पिता बनने को मांगी ब्रिटेन जाने की इजाजत, दिल्ली की अदालत ने मंजूर की याचिका

एनआरआई युवक की मौत के बाद ड्रग्स से जुड़े 11 साल पुराने एक मामले में दिल्ली की अदालत ने आरोपी एक युवक को विदेश में रह रही अपनी पत्नी से मिलने और पिता बनने के लिए ब्रिटेन जाने की इजाजत दे दी है। दरअसल, 24 वर्षीय एनआरआई युवक अनमोल सरना को 2013 में कालकाजी में अपने दोस्त के फ्लैट के बाहर संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाया गया था। दिल्ली पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बाद 2018 में अनमोल सरना के दोस्त के खिलाफ नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) एक्ट के तहत आरोपपत्र दायर किया था। इस मामले में अभी तक तय आरोप नहीं किए गए हैं।
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, मृतक अनमोल के दोस्त ने दिल्ली की एक अदालत में एक आवेदन दायर कर अपनी पत्नी से मिलने और “अपने विवाह को पूर्ण करने तथा पिता बनने” के लिए दो साल के लिए यूनाइटेड किंगडम जाने की अनुमति मांगी थी। अदालत ने उसकी अर्जी स्वीकार करते हुए उसे दिसंबर तक के लिए विदेश जाने की अनुमति दे दी। इसके बाद अदालत ने उसे भारत वापस लौटने के लिए कहा है।
आरोपी के वकील रवि द्राल ने अदालत में दाखिल एक अर्जी में कहा था कि मामला 2013 में दर्ज किया गया था और इस मामले में अभी तक आरोप तय नहीं किए गए हैं। मुकदमे में भी लंबा समय लग सकता है। वकील ने अपने मुवक्किल को ब्रिटेन में रह रही अपनी पत्नी से मिलने के लिए अगले दो साल विदेश में रहने की अनुमति मांगी थी, ताकि वे अपनी शादी को पूरा कर सके और पिता बन सके।
वकील ने कहा, ”उनकी शादी 2 दिसंबर, 2022 को हुई और उसकी पत्नी ब्रिटेन में एक अंतरराष्ट्रीय कंपनी में काम कर रही है। उसे जनवरी, 2023 से रेजिडेंट परमिट भी दिया गया है और वह अपनी जॉब में प्रोबेशन पीरियड के कारण आरोपी से मिलने के लिए भारत नहीं आ सकती हैं। प्रोबेशन पीरियड पूरा होने के बाद उसे ब्रिटेन की स्थायी नागरिकता मिल जाएगी। 2019 में आरोपी को फिलीपींस में एक पारिवारिक समारोह में जाने की अनुमति दी गई थी और स्वतंत्रता का दुरुपयोग किए बिना वो वापस लौट आया था।”
साकेत कोर्ट में एनडीपीएस मामलों के स्पेशल जज अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश (ASJ) डॉ. तरुण सहरावत ने 8 अगस्त को अपने आदेश में कहा, “प्रजनन के अधिकार पर आरोपी के वकील द्वारा की गई दलीलों और उसके पिछले आचरण को ध्यान में रखते हुए, मैं उसे अपनी पत्नी के रेजिडेंट परमिट की वैधता 28 दिसंबर 2024 तक कुछ शर्तों के साथ यूके जाने की अनुमति देता हूं। उसे 5 लाख रुपये की सुरक्षा राशि के रूप में जमा करने होंगे, जो शर्त के उल्लंघन की स्थिति में जब्त कर लिए जाएंगे। आवेदक को ई-वीजा की एक कॉपी और ई-टिकट की एक कॉपी भी जमा करनी होगी।”
मृतक अनमोल सरना ने न्यूयॉर्क में हाईस्कूल की पढ़ाई पूरी की थी और आगे की पढ़ाई के लिए कनाडा जाने वाले थे। जब 13 सितंबर 2013 की रात को वह अपने एक दोस्त के फ्लैट के बाहर मृत पाए गए थे। शुरुआती जांच में पता चला है कि इस दोस्त के फ्लैट पर एक पार्टी हुई थी, जो आधी रात तक चली, जिसके बाद परिसर में हंगामा करने के लिए सरना को कथित तौर पर दो गार्डों ने पीटा था। सरना को सुबह 2 बजे अपार्टमेंट परिसर में खून से लथपथ पाया गया और बाद में अस्पताल में उसकी मौत हो गई थी।
दक्षिण-पूर्व पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की और बाद में यह जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई। हत्या और नशीले पदार्थों के सेवन के मामले में गिरफ्तार किए गए नौ लोग अब जमानत पर बाहर हैं। आरोपियों में से एक दुष्यंत लांबा ने गाजियाबाद में केरोसिन डालकर खुद को आग लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
2018 में क्राइम ब्रांच ने सरना के चार दोस्तों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत आरोपपत्र दाखिल किया था। चार दोस्तों के अलावा दो ड्रग तस्करों पर भी एनडीपीएस एक्ट के तहत आरोपपत्र दाखिल किया गया है, इसके अलावा अपार्टमेंट परिसर के दो सुरक्षा गार्डों पर गैर इरादतन हत्या का आरोप लगाया गया है।