डीलर बनकर हाथी दांत के तस्करों तक पहुंची DRI की टीम; 4 स्मग्लरों को दबोचा, करोड़ों में कीमत
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बिहार से सीवान जिले से चार तस्करों को दो हाथी दांतों के साथ गिरफ्तार किया है। इसका वजन 5 किलो 586 ग्राम है। इन हाथी दांतों की ब्लैक मार्केट में कीमत 15 से 16 लाख रुपये प्रति किलो बताई जा रही है। मंगलवार की सुबह सीवान रेलवे स्टेशन के पास से इन तस्करों को राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) की पटना टीम ने दबोचा। शुरुआती जांच में यह पता चला है कि दांत एशियाई हाथी के हैं, जिसे विलुप्त प्राय: जीवों की श्रेणी में रखा गया है। पूरी दुनिया में हाथी दांत के व्यापार समेत तमाम गतिविधियां प्रतिबंधित हैं। विश्व हाथी दिवस (12 अगस्त) पर डीआरआई के स्तर से यह बड़ी कार्रवाई की गई है। डीआरआई ने इस मामले में राज्य वन्य विभाग के पदाधिकारियों को भी आगे की कार्रवाई करने के लिए कहा है।
तस्कर राजीव सिंह है मास्टरमाइंड
गिरफ्तार तस्करों में हुसैनगंज थाना के बदरम के वार्ड नं-13 निवासी अजीत कुमार श्रीवास्तव एवं सोनल कुमार सिन्हा तथा रघुनाथपुर थाना क्षेत्र के नवादा गांव के वार्ड नंबर 13 निवासी राणा प्रताप सिंह उर्फ पिंकू सिंह और राजीव कुमार सिंह शामिल है। 41 वर्षीय राजीव इस पूरी तस्करी नेटवर्क का मास्टरमाइंड है। उससे पूछताछ की जा रही है। इससे इस तस्करी नेटवर्क में शामिल सभी लोगों के बारे में अहम जानकारी मिलेगी।
इस तरह जाल बिछाकर पकड़े गए तस्कर
डीआरआई की टीम को हाथी दांत की तस्करी सीवान इलाके से होने की सूचना मिली थी। इसके बाद निदेशालय के कुछ अधिकारियों ने खरीदार बनकर स्थानीय लिंक की मदद से मुख्य तस्कर से संपर्क किया। पहले अजीत इनसे मिलने आया और दांत की डिलेवरी सीवान शहर में किसी स्थान पर करने की बात कही। इसके बाद सोनल ने इनसे संपर्क कर लोकेशन बदला। तीन-चार लोकेशन बदलने के बाद सीवान स्टेशन के फ्लाईओवर के पास मौजूद एक नर्सिंग होम की पार्किंग में डिलेवरी देने की बात तय हुई।
तस्करों ने इसकी कीमत 16 लाख रुपये प्रति किलो बताई। इस पर व्यापारी की वेषभूषा पहने डीआरआई अधिकारियों ने पहले सैंपल देखने की शर्त रखी। तब तस्करों ने इन्हें स्टेशन वाले स्थान पर पैसे के साथ बुलाया। इस पर सरगना राजीव समेत तीन अन्य तस्कर साथ आए। तब मौके पर मौजूद अधिकारियों की टीम ने इन्हें घेरकर पकड़ लिया।
इस दौरान तस्करों ने भागने की पूरी कोशिश की और एक पदाधिकारी पर हमला भी किया, लेकिन इनकी सभी कोशिश नाकाम साबित हुई। हालांकि इस ऑपरेशन में डीआरआई के एक अधिकारी को हल्की चोट भी आई है।