टेली मानस सेवा दिखाएगी तनावग्रस्त स्टूडेंट्स को नई राह, एक कॉल तो कीजिए

जयपुर. स्टूडेंट्स में तनाव की दिन प्रतिदिन बढ़ती समस्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग इस सत्र से बड़ी पहल करने जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से सरकारी स्कूलों के स्टूडेंट्स की पुस्तकों पर इस सत्र से टेली मानस सेवा के तहत टोल फ्री नंबर्स प्रकाशित किए जा रहे हैं. इसके अलावा सभी अस्पतालों में परामर्श पर्ची पर भी इन नंबर्स की मुहर लगाई जा रही है. अब तक करीब एक करोड़ किताबों पर ये नंबर प्रकाशित किए जा चुके हैं.
स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डॉ.रवि प्रकाश माथुर ने बताया कि बीते काफी समय से युवाओं और बेरोजगारों समेत अलग अलग वर्ग में तनाव, चिंता,अवसाद तथा आत्महत्या के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है. खास तौर पर स्कूली बच्चों में कंपीटिशन के कारण आत्महत्या की घटनाओं में तेजी से इजाफा हुआ है. इसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी पहल की है. भारत सरकार की ओर से टेली मानस सेवा चलाई जा रही है. इसकी एक यूनिट जयपुर और एक यूनिट जोधपुर में संचालित की जा रही है.
चौबीस घंटे सातों दिन दिया जा रहा है परामर्श
वहां पर टोल फ्री नंबर 14416 और 18008914416 पर चौबीस घंटे सातों दिन विषय विशेषज्ञों की ओर से परामर्श दिया जा रहा. इस टोल फ्री नंबर्स का अवसाद की स्थिति में परामर्श लेने और प्रचार प्रसार के लिए राजस्थान राज्य पाठ्य पुस्तक मंडल की ओर से प्रकाशित की जाने वाली पाठ्य पुस्तकों के अंतिम पृष्ठ पर प्रकाशित किया जा रहा है. पहली से 12वीं तक की अब तक करीब एक करोड़ पुस्तकों पर इन नंबर्स का प्रकाशन किया जा चुका है.
अब तक करीब 17 हजार कॉल आ चुके हैं
डॉ. रवि प्रकाश माथुर ने बताया कि स्कूली पुस्तकों के अलावा सभी सरकारी अस्पतालों की ओपीडी पर्चियों पर भी इन नंबर्स का प्रकाशन किया जा रहा है. इन नंबर्स पर अब तक करीब 17 हजार कॉल आ चुके हैं. उन्होंने बताया की इस टेली मानस सेवा के कारण अवसाद से ग्रसित कई लोगों की जान बचाकर सफलता भी पाई जा चुकी है. अलग अलग कारणों से तनाव के कारण हर रोज आत्महत्या के मामले सामने आ रहे हैं. विशेषज्ञों के अनुसार तनाव से ग्रसित व्यक्ति को सही परामर्श देकर उसकी जान बचाई जा सकती है. इन टोल फ्री नंबर्स पर 3 लेवल पर काउंसलिंग की जाती है.
FIRST PUBLISHED : July 4, 2024, 12:38 IST