टाटा के मैनेजमेंट में यंगस्टर्स की एंट्री, नोएल के बच्चों को मिली बड़ी जिम्मेदारी

टाटा समूह की देखरेख करने वाले संगठन टाटा ट्रस्ट के मैनेजमेंट में अब यंगस्टर्स की एंट्री होने लगी है। इसी कड़ी में नोएल टाटा के तीन बच्चों को इसके बोर्ड में नियुक्त किया गया है। ये तीन बच्चे- लिआ (39), माया (36) और नेविल (32) हैं। इन सभी की उम्र 40 वर्ष से कम है। नोएल टाटा के तीनों बच्चे को टाटा के पांच ट्रस्टों का ट्रस्टी बनाया गया है। इन पांच ट्रस्टों की टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी टाटा संस में हिस्सेदारी है। बता दें कि नोएल, रतन टाटा के सौतेले भाई हैं। वह, ट्रेंट और वोल्टास जैसी टाटा समूह की कंपनियों के चेयरमैन और टाटा ट्रस्ट के ट्रस्टी हैं।
छह सदस्य जुड़े हैं ट्रस्टों के साथ
इसी के साथ टाटा परिवार के छह सदस्य समूह के ट्रस्टों के साथ सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं। बता दें कि रतन टाटा के छोटे भाई जिमी टाटा, सर रतन टाटा ट्रस्ट, बाई हीराबाई जेएन टाटा नवसारी चैरिटेबल इंस्टीट्यूशन और सार्वजनिक सेवा ट्रस्ट के बोर्ड में पद पर हैं। वहीं, नोएल टाटा सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट, सर रतन टाटा ट्रस्ट, जेएन टाटा एंडोमेंट और बाई हीराबाई जेएन टाटा नवसारी चैरिटेबल इंस्टीट्यूशन से संबद्ध हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया ने सूत्रों के हवाले बताया कि ट्रस्टों में नई पीढ़ी के बच्चों को शामिल करने से उन्हें व्यापक टाटा पारिस्थितिकी तंत्र के भीतर अधिक महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों और भूमिकाओं के लिए तैयार किया जाएगा, जिसमें संभावित रूप से ऑपरेटिंग कंपनियों में बोर्ड पद भी शामिल होंगे। ये नियुक्तियां 132 साल पुराने ट्रस्टों में बदलाव का भी संकेत देती हैं।
तीनों बच्चों के पास क्या जिम्मेदारी
नोएल की बेटी लिआ की बात करें तो वह टाटा एजुकेशन ट्रस्ट, टाटा सोशल वेलफेयर ट्रस्ट और सार्वजनिक ट्रस्ट में कार्य करती हैं। माया के पोर्टफोलियो में आरडी टाटा ट्रस्ट, टाटा एजुकेशन ट्रस्ट और सार्वजनिक ट्रस्ट शामिल हैं। नेविल जेआरडी टाटा ट्रस्ट, आरडी टाटा ट्रस्ट और टाटा सोशल वेलफेयर ट्रस्ट की श्रेणी में शामिल हो गए हैं। इसके अलावा, नेविल को टाटा इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ स्किल्स के बोर्ड में नामित किया गया है, जो टाटा एजुकेशन एंड डेवलपमेंट ट्रस्ट, टाटा संस और सरकार द्वारा गठित एक गैर-लाभकारी प्रशिक्षण संगठन है। ये नियुक्तियां लिआ, माया और नेविल के बोर्ड में शामिल होने के बाद हुई हैं।