जिरिबाम हमले के बाद मणिपुर में सुरक्षा बढ़ाई गई: सुरक्षाबलों की 20 और यूनिट तैनात, घटना के विरोध में इंफाल घाटी के 5 जिले बंद रहे

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इंफाल2 घंटे पहलेलेखक: एम मुबासिर राजी
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जिरिबाम में लापता महिलाओं और बच्चों की सलामती के लिए लोगों ने मोमबत्ती जलाई। सुरक्षाबलों इन सभी की तलाश में जुटे हैं।
मणिपुर में जिरिबाम जिले के जकुराडोर करोंग में 11 नवंबर को सुरक्षाबलों ने 10 कुकी उग्रवादियों को मार गिराया था। घटना के बाद से तीन महिला और 3 बच्चे लापता हैं। घटना के अगले दिन 2 लोगों के जले शव भी मिले थे। इसके विरोध में 13 सिविल राइट ऑर्गेनाइजेशन ने बुधवार को इंफाल घाटी में पूर्ण बंद बुलाया।
वहीं, जिरिबाम की घटना के बाद केंद्र सरकार ने मणिपुर में करीब 2 हजार कर्मियों वाली 20 अतिरिक्त CAPF कंपनियां तैनाती के आदेश जारी किए। इन्हें हवाई मार्ग के जरिए मणिपुर में अलग-अलग जगहों पर तैनात किया गया। मणिपुर में अब सुरक्षाबलों की 218 टुकड़ियां तैनात हैं।
जिन सिविल राइट ऑर्गेनाइजेशन ने आज इंफाल घाटी में बंद बुलाया था, उनमें अंतर्राष्ट्रीय शांति और सामाजिक उन्नति (IPSA), ऑल क्लब्स ऑर्गनाइजेशन एसोसिएशन, मीरा पैबी लूप (ACOAM LOOP), इंडिजिनियस पीपुल्स एसोसिएशन ऑफ कांगलीपाक (IPAK) और कांगलीपाक स्टूडेंट्स एसोसिएशन (KSA) शामिल थीं।
घाटी के जिन 5 जिलों बंद का असर रहा उनमें इंफाल पूर्व, इंफाल पश्चिम, थौबल, काकचिंग और बिष्णुपुर जिले शामिल थे। इन जिलों के सभी स्कूल, बाजार, पब्लिक ट्रांसपोर्ट पूरी तरह से बंद रहे। सरकारी ऑफिस में कर्मचारी भी नहीं पहुंचे।

इंफाल घाटी में शांति रही, तामेंगलोग में दो ट्रक आग के हवाले बंद के दौरान इंफाल घाटी में शांति रही लेकिन जिरीबाम के पास नागा बाहुल्य जिले तामेंगलोंग में दो ट्रकों में आग लगाई गई। एक अधिकारी के मुताबिक घटना ओल्ड कैफुंडई हुई। हथियारबंद उग्रवादियों ने माल ले जा रहे ट्रकों को निशाना बनाया था।
उन्होंने बताया कि संदिग्ध पहाड़ी उग्रवादियों ने NH37 पर हवा में कई राउंड फायरिंग कर ट्रकों को रोका था। इस घटना पर मणिपुर के रोंगमेई नागा छात्र संगठन ने विरोध दर्ज कराया। उन्होंने आरोप लगाया कि कुकी उग्रवादियों ने हीं चावल, प्याज और आलू ले जा रहे इन ट्रकों को आग लगाई।

दावा है कि इस तस्वीर में नजर आ रहीं महिलाएं और बच्चे लापता हैं।
मणिपुर में CAPF की 20 और कंपनियां तैनात की गईं गृह मंत्रालय ने 20 अतिरिक्त कंपनियों की तैनाती के लिए 12 नवंबर की रात आदेश जारी किया था। इसमें कहा गया कि इन कंपनियों की तैनाती नवंबर महीने के अंत रहने की उम्मीद है। अगर इस दौरान कोई घटना होती है तो समयसीमा और बढ़ाई जाएगी।
जिन अतिरिक्त कंपनियों को तैनात किया गया है। उनमें असम से CRPF की 15 कंपनियां बुलाई गई हैं और BSF की 5 कंपनियां त्रिपुरा से बुलाई गई हैं। मणिपुर में पहले से CRPF-BSF की 198 कंपनियां तैनात थीं।
कांग्रेस बोली- हम सत्ता के भूखे नहीं, लापता लोगों को बचाया जाए कांग्रेस विधायक दल के नेता ओकराम इबोबी सिंह ने कहा- पिछले कुछ दिनों में राज्य में स्थिति खराब हो गई है। हम सत्ता के भूखे नहीं हैं। पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अभी भी चुप क्यों हैं, जबकि साफ नजर आ रहा है कि 6 निर्दोष लोगों का अपहरण किया गया है।
उन्होंने कहा कि ये अलग-अलग राज्यों या देशों के बीच युद्ध नहीं है, बल्कि एक राज्य के भीतर समुदायों के बीच टकराव है। केंद्र और राज्य को बहुत पहले ही इसका समाधान निकालना चाहिए।
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मणिपुर में सुरक्षाबलों ने 10 उग्रवादियों को मार गिराया: CRPF चौकी पर हमला करने पहुंचे थे

मणिपुर के जिरिबाम जिले में 12 नवंबर को CRPF जवानों ने एनकाउंटर में 10 कुकी उग्रवादियों को मार गिराया। घटना दोपहर 2.30 बजे बोरोबेकेरा के जकुराडोर करोंग इलाके की थी। यहां के पुलिस स्टेशन और CRPF चौकी पर इन उग्रवादियों ने हमला किया था। जवाबी कार्रवाई के दौरान CRPF का एक जवान घायल हुआ, उसका असम के सिलचर में इलाज जारी है। ये इलाका असम सीमा से लगा हुआ है। पूरी खबर पढ़ें…
मणिपुर में कुकी उग्रवादियों-सुरक्षाबलों के बीच एनकाउंटर, BSF पर 40 मिनट तक फायरिंग की

मणिपुर के इम्फाल ईस्ट के मैतेई बहुल गांव सनासाबी में कुकी उग्रवादियों ने 10 नवंबर को हमला किया था। पुलिस ने बताया था कि हथियारबंद उग्रवादियों ने धान की कटाई कर रहे मैतेई किसानों पर पहले फायरिंग की फिर बम फेंके।हमले की सूचना मिलने पर पुलिस और BSF की टीम मौके पर पहुंची थी। पूरी खबर पढ़ें…