जाम से जूझ रहे भरतपुर को मिलेगी राहत… नई फ्लाईओवर योजना से बदलेगी तस्वीर, व्यापार को मिलेगी रफ्तार!

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Bharatpur News: भरतपुर शहर को यातायात जाम और अव्यवस्थाओं से राहत दिलाने के लिए सरकार ने 303 करोड़ रुपये की लागत से हीरादास चौराहे से कुम्हेर गेट तक फोर लेन फ्लाईओवर परियोजना की घोषणा की है. यह परियोजना भरतपुर क…और पढ़ें

भरतपुर में बनेगा फ्लाईओवर
हाइलाइट्स
- भरतपुर में 303 करोड़ की लागत से फ्लाईओवर बनेगा.
- हीरादास चौराहे से कुम्हेर गेट तक बनेगा फोर लेन फ्लाईओवर.
- मई 2027 तक परियोजना पूरी करने का लक्ष्य.
भरतपुर. वर्षों से जाम और अव्यवस्थित यातायात की समस्या से जूझ रहे भरतपुर शहर को अब राहत मिलने वाली है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राज्य बजट 2025-26 में भरतपुर के समग्र विकास को प्राथमिकता देते हुए एक बड़ी परियोजना की घोषणा की है. इस योजना के अंतर्गत हीरादास चौराहे से कुम्हेर गेट तक फोर लेन का अत्याधुनिक फ्लाईओवर बनाया जाएगा. इसके लिए सरकार ने 303 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की है.
पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिशासी अभियंता महेश चंद शर्मा ने जानकारी दी कि यह फ्लाईओवर भरतपुर के सौंदर्यकरण में भी योगदान देगा. साथ ही शहर की सबसे व्यस्त सड़क पर ट्रैफिक का दबाव कम करेगा. इस मार्ग पर राजस्थान के अलावा हरियाणा और उत्तर प्रदेश से आने-जाने वाले भारी वाहनों, रोडवेज बसों और निजी परिवहन की अधिकता बनी रहती है. इससे आए दिन जाम की स्थिति उत्पन्न होती है. ऐसे में यह फ्लाईओवर स्थानीय नागरिकों, व्यापारियों और यात्रियों के लिए बड़ी राहत साबित होगा.
दर्ज हुआ विकास की ओर एक नया अध्याय
सरकार ने इस महत्त्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के लिए टेंडर प्रक्रिया आरंभ कर दी है. इस परियोजना को मई 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. फोर लेन डिजाइन वाला यह फ्लाईओवर न केवल ट्रैफिक की रफ्तार को बढ़ाएगा, बल्कि आसपास के क्षेत्रों में व्यापार और आवागमन को भी बढ़ावा देगा. भरतपुर के सौंदर्यकरण, सड़क चौड़ीकरण और अधोसंरचना विकास के इस नए अध्याय से स्थानीय जनता में उत्साह का माहौल है.
स्मार्ट सिटी की ओर बढ़ता भरतपुर
इस परियोजना को भरतपुर के भविष्य से जोड़ा जा रहा है. इससे न केवल यातायात व्यवस्था बेहतर होगी, बल्कि यह शहर को एक स्मार्ट और सुव्यवस्थित नगरी के रूप में विकसित करने की दिशा में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. भरतपुर अब केवल ऐतिहासिक और पर्यटन की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण नहीं रहेगा, बल्कि आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित विकसित शहरों की श्रेणी में भी तेजी से शामिल होगा.