Published On: Sun, Dec 15th, 2024

जामिया मिल्लिया यूनिवर्सिटी में अचानक पसरा सन्‍नाटा, जानें क्‍या हुआ



नई दिल्ली. जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी का नाम देश के साथ दुनिया में भी है. यहां के कई कोर्स काफी लोकप्रिय हैं. साथ ही यह यूनिवर्सिटी विरोध प्रदर्शन का केंद्र भी रहा है. आज से पांच सल पहले जब सरकार ने सिटिजनशिप अमेंडमेंट एक्‍ट-2019 (CAA) को लागू किया था तो जामिया मिल्लिया के छात्रों ने इसका पुरजोर विरोध किया था. विरोध प्रदर्शन का पांच साल परा हो गया है, ऐसे में यूनिवर्सिटी में सक्रिय लेफ्टिस्‍ट आइडियोलॉजी वाले छात्र संगठन ऑल इंडिया स्‍टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA) ने इसे विशेष तरीके से याद करने की योजना बनाई थी. इसे देखते हुए यूनिवर्सिटी में क्‍लास को ही सस्‍पेंड कर दिया गया.

जामिया मिल्लिया इस्लामिया ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ 2019 में हुए विरोध प्रदर्शनों के पांच साल पूरे होने के मौके पर एक स्मृति कार्यक्रम आयोजित करने की छात्रों की योजना के बीच रविवार को क्‍लास को सस्‍पेंड कर दिया. पुस्तकालय व कैंटीन को भी बंद कर दिया गया. आइसा ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों को कार्यक्रम में भाग लेने से रोकने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया.

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ऑनलाइन वीडियो
ऑनलाइन सर्कुलेट किए गए वीडियो में छात्रों को यूनिवर्सिटी के बाहर पुलिस कर्मियों की भारी तैनाती के विरोध में दिल्ली पुलिस वापस जाओ जैसे नारे लगाते हुए देखा गया. छात्रों ने दावा किया कि कैंपस में एंट्री और एग्जिट प्रतिबंधित है. छात्रों ने कहा कि जो लोग अंदर हैं उन्हें बाहर जाने की अनुमति नहीं है और बाहर मौजूद लोगों को अंदर प्रवेश करने से रोक दिया गया है. ऐसे में छात्रों ने यूनिवर्सिटी एडमिनिस्‍ट्रेशन के खिलाफ भी आरोप लगाए.

यूनिवर्सिटी का सर्कुलर
इस बीच, जामिया मिल्लिया इस्‍लामिया यूनिवर्सिटी की तरफ से एक सर्कुलर जारी किया गया. इस सर्कुलर में कहा गया कि यूनिवर्सिटी एडमिनिस्‍ट्रेशन ने शनिवार देर रात तीन सर्कुलर जारी किए, जिनमें कहा गया कि मेंटेनेंस वर्क के कारण क्‍लास, कैंटीन और लाइब्रेरी दोपहर एक बजे से बंद रहेंगे. छात्रों के एक वर्ग ने नोटिस जारी किये जाने के समय पर सवाल उठाया और आरोप लगाया कि यह उनके शांतिपूर्ण विरोध के अधिकार को दबाने का प्रयास है. आइसा ने कहा, ’15 दिसंबर 2019 को दिल्ली पुलिस ने हमारे दोस्तों को घायल कर दिया, हमारे परिसर में तोड़फोड़ की और हमारे साथ आतंकवादियों जैसा व्यवहार किया. आज वे हमें उस भयावह दिन को याद करने से भी मना कर रहे हैं.’

Tags: CAA protest, Delhi news, Jamia University

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