जहानाबाद के सिद्धेश्वर मंदिर में भगदड़ प्रशासनिक चूक; शुरुआती जांच में खुलासा, 8 श्रद्धालुओं की गई थी जान
जहानाबाद स्थित सिद्धेश्वर नाथ मंदिर में मची भगदड़ की घटना की प्रारंभिक जांच में प्रशासनिक चूक सामने आई है। जिसमें बताया गया है कि विधि-व्यवस्था के संचालन और भीड़ प्रबंधन के कार्य में प्रशासनिक अधिकारी विफल रहे। और नियमों का पालन भी नहीं किया गया। इस मामले में मेले के विधि व्यवस्था के प्रभार से एसडीओ और सिविल सर्जन को हटा दिया गया है। और डीडीसी और अपर समाहर्ता (विभागीय जांच) को संपूर्ण प्रभार सौंपा गया है।
जिला गोपनीय शाखा से जारी आदेश में कहा गया है कि मेले को लेकर दिए गए निर्देशों का अनुपालन अनुमंडल पदाधिकारी जहानाबाद के द्वारा नहीं किया गया। हालांकि जांच कमिटी के द्वारा सभी बिन्दुओं पर अपना प्रतिवेदन उपलब्ध कराने की प्रक्रिया में है। आदेश में कहा गया है कि अनुमंडल पदाधिकारी जहानाबाद के द्वारा विधि-व्यवस्था के संचालन और भीड़ प्रबंधन के कार्य में विफल रहे हैं।
साथ ही कहा गया है कि अभी जांच प्रक्रियाधीन है। इस घटना के बाद वाणावर श्रावणी मेला 2024 के समाप्त होने तक मेला परिसर के विधि-व्यवस्था के संपूर्ण प्रभार उप विकास आयुक्त, जहानाबाद को दिया गया है। उप विकास आयुक्त, जहानाबाद यह सुनिश्चित करेंगे कि इस कार्यालय के आदेश में अंकित सभी बिन्दुओं का अनुपालन एवं अनुश्रवण अविलंब करें ताकि किसी भी प्रकार की विधि-व्यवस्था अथवा असामाजिक तत्वों के द्वारा किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना ना घटित हो।
सिद्धेश्वर मंदिर में क्यों मची भगदड़, लोग बोले- लाठीचार्ज हुआ; DM की थ्योरी अलग
प्रारंभिक जांच में यह भी स्पष्ट होता है कि सिविल सर्जन, जहानाबाद के द्वारा भी 20 जुलाई में अंकित बिन्दुओं का अनुपालन नहीं किया गया है। सिविल सर्जन, जहानाबाद के द्वारा वाणावर श्रावणी मेला 2024 के अवसर पर मेला परिसर मंदिर प्रांगण और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर मेडिकल टीम की प्नियुक्ति, एम्बुलेंस, जीवन रक्षक दवाओं एवं उपकरणों की उपलब्धता के संबंध में निर्देशों का अनुपालन नहीं किया गया है। साथ ही सिविल सर्जन के द्वारा अपने स्तर से मेडिकल सुविधाओं के संबंध में समीक्षा नहीं की गयी है।
आपको बता दें सिद्धेश्वर मंदिर जाने के दौरान सीढ़ी के पास मची भगदड़ में 8 लोगों की मौत हो गई थी। और 20 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। मंदिर में 8 भक्तों की मौत से कई सवाल खड़े हो रहे हैं? जिसके जवाब प्रशासन की जांच में सामने आए हैं। और प्रशासनिक लापरवाही के चलते ये हादसा हुआ है।