Published On: Sun, Jun 16th, 2024

जल संकट पर AAP ने केंद्र से मांगी मदद: भाजपा बोली- आप नेता पानी की चोरी कर रहे; कांग्रेस ने मटकियां फोड़कर प्रदर्शन किया


नई दिल्ली24 मिनट पहले

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दिल्ली के कई इलाकों में टैंकरों से जल आपूर्ती की जा रही है। तस्वीर गीता कॉलोनी की है। - Dainik Bhaskar

दिल्ली के कई इलाकों में टैंकरों से जल आपूर्ती की जा रही है। तस्वीर गीता कॉलोनी की है।

दिल्ली में जल संकट के बीच भाजपा और कांग्रेस आम आदमी पार्टी पर हमलावर हैं। शनिवार को भाजपा ने AAP पर पाइपलाइनों में चोरी और लीकेज के मुद्दों को ठीक करने के बजाय नाटक करने का आरोप लगाया। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आम आदमी पार्टी के मंत्री, विधायकों पर पानी की चोरी और कालाबाजारी करने का आरोप लगाया।

वहीं AAP के साथ गठबंधन में लोकसभा चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस ने भी जल संकट को लेकर दिल्ली सरकार पर हमला बोला। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव के नेतृत्व में शनिवार को दिल्ली में 280 ब्लॉक में मटका फोड़ प्रदर्शन किया गया।

सिर पर मटके और हाथ में त​ख्तियां लेकर प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली सरकार और सीएम केजरीवाल के खिलाफ नारेबाजी की। बाद में, उन्होंने मटकों को जमीन पर पटककर फोड़ा। उन्होंने जल सकंट के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग की।

इधर आप विधायकों ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल को पत्र लिखकर जल संकट के समाधान के लिए हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया।

दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी के खिलाफ मटकी फोड़ प्रदर्शन किया गया।

दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी के खिलाफ मटकी फोड़ प्रदर्शन किया गया।

सचेदवा बोले- AAP नेता बताएं कि अवैध कनेक्शनों का पैसा किस खाते में गया है
वीरेंद्र सचदेवा ने एक वीडियो जारी कर इंद्रपुरी में 100 से अधिक अवैध कनैक्शन देने को लेकर दिल्ली जल बोर्ड पर सरकारी पानी का दोहन करने का आरोप लगाया। सचदेवा ने कहा कि अगर लोगों को अवैध कनेक्शन देकर मनमाना पैसा लिया जा रहा है, तो वैध कनेक्शन क्यों नहीं दिए जा सकते?

वीरेंद्र सचदेवा वीडियो में कहा कि हम पहले दिन से कहते आ रहे हैं कि आम आदमी पार्टी के मंत्री, विधायक पानी की चोरी और कालाबाजारी करवाते हैं। इंद्रपुरी के बुद्ध विहार में लोगों से 35-35 हजार रुपए लेकर डीजेबी के पाइप लाइन से पानी के अवैध कनेक्शन जोड़े गए हैं। सीएम, मंत्री, विधायक सब पानी की कालाबाजारी करते हैं।

सचदेवा ने जल मंत्री आतिशी, सौरभ भारद्वाज, सोमनाथ भारती और विधायक दुर्गेश पाठक से पूछा कि वे बताएं कि इन 100 से अधिक कनेक्शन का पैसा जल बोर्ड के किस खाते में गया है। आप के नेता गैर कानूनी तरीके से लोगों को पानी दे रहे हैं।

भाजपा व्यापक स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेगी
सचदेवा ने कहा कि आप के नेता जल स्थिति को लेकर नाटक क्यों कर रहे हैं। वे टैंकर माफिया द्वारा पानी की चोरी और लीकेज को रोकें, जो आज दिल्ली में उत्पादित पीने के पानी का 70% तक का हेरफेर कर रहे हैं। भाजपा रविवार को व्यापक स्तर पर दिल्ली सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेगी। उन्होंने कहा, जब सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि केवल यमुना नदी बोर्ड ही अतिरिक्त पानी दे सकता है, तो फिर आप केंद्रीय जल मंत्री के पास क्यों जा रही है।

आतिशी ने हाईलेवल समीक्षा बैठक बुलाई

दिल्ली की मंत्री आतिशी ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें जल संकट को लेकर पार्टी का पक्ष रखा।

दिल्ली की मंत्री आतिशी ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें जल संकट को लेकर पार्टी का पक्ष रखा।

इधर दिल्ली सरकार में जल मंत्री आतिशी ने जल संकट से निपटने को उठाए गए कदमों की समीक्षा के लिए हाईलेवल आपातकालीन बैठक बुलाई। आतिशी ने कहा कि वजीराबाद तालाब में पानी लगभग खत्म हो चुका है। मुनक नहर को दो अन्य नहरों से पानी मिलता है, लेकिन उसमें भी पानी की कमी हो गई है।

उन्होंने बताया कि दिल्ली में पानी का उत्पादन 70 एमजीडी तक कम हो गया है। मुनक नहर से पानी मिलने वाले सभी 7 वाटर ट्रीटमेंट प्लांट कम पानी दे रहे हैं। विधानसभा में आप के मुख्य सचेतक दिलीप पांडे ने दिल्ली को अधिक पानी उपलब्ध कराने के लिए उत्तर भारतीय राज्यों से हस्तक्षेप और समन्वय की मांग की।

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हिमाचल का दिल्ली को पानी देने से इनकार:एक दिन पहले हामी भरी थी; SC बोला- यमुना जल बंटवारे का मुद्दा जटिल, हमारे पास एक्सपर्टीज नहीं

दिल्ली में जल संकट को लेकर 13 जून को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। हिमाचल प्रदेश ने कोर्ट को बताया कि हमारे पास दिल्ली को देने के लिए 136 क्यूसेक पानी नहीं है। जबकि एक दिन पहले (12 जून को) हिमाचल ने कहा था कि हमारी तरफ से पानी छोड़ा गया है। हरियाणा की तरफ से पानी सप्लाई किया जाना बाकी है।

जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा और जस्टिस प्रसन्ना बी वराले की बेंच ने कहा कि राज्यों के बीच यमुना के पानी का बंटवारा एक जटिल और संवेदनशील मुद्दा है। हमारे पास दिल्ली, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के बीच जल-बंटवारे के फॉर्मूले पर फैसला लेने की टेक्निकल एक्सपर्टीज नहीं है। पूरी खबर यहां पढ़ें…

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