चुनाव आयोग की टीम आज जम्मू-कश्मीर में, जल्द चुनाव होंगे: सुप्रीम कोर्ट की 30 सितंबर तक की डेडलाइन, 20 अगस्त तक अपडेट होगी वोटर लिस्ट
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श्रीनगर24 मिनट पहले
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जम्मू-कश्मीर में आखिरी बार 2014 में चुनाव हुए थे। 2018 में BJP और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की गठबंधन वाली सरकार गिर गई थी।
आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग आज से जम्मू-कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर रहेगा। प्रतिनिधिमंडल आज (8 अगस्त) श्रीनगर पहुंचेगा। सुबह 11:15 बजे इलेक्शन कमीशन की क्षेत्रीय और राष्ट्रीय पार्टियों के साथ मीटिंग होगी। उसके बाद पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक होगी। 9 अगस्त को दोपहर 2:30 बजे इलेक्शन कमीशन एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा।
इसी साल जून में चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र, झारखंड, हरियाणा समेत जम्मू कश्मीर में वोटर लिस्ट अपडेट करने के आदेश जारी किए थे। इस काम को पूरा करने के लिए 20 अगस्त तक की डेडलाइन दी गई थी।
दिसंबर 2023 में सुप्रीम कोर्ट ने केन्द्र शासित प्रदेश में 30 सितंबर 2024 तक चुनाव कराने के निर्देश दिए थे। साथ ही कोर्ट ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा भी जल्द वापस दिया जाए।
2 प्रमुख पार्टियों का चुनाव से अलग रहने का फैसला
प्रदेश की दो प्रमुख पार्टियों नेशनल कांफ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के दोनों शीर्ष नेताओं- उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती ने खुद को चुनाव से अलग रखने की बात कही है। उनकी नाराजगी इस बात को लेकर है कि केंद्र ने विधानसभा से कानून और व्यवस्था संबंधी तमाम अधिकार उपराज्यपाल को सौंप दिए हैं। जम्मू कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग भी जोर पकड़ चुकी है।
जम्मू-कश्मीर में आखिरी बार 2014 में विधानसभा चुनाव हुए थे, BJP-PDP का अलायंस टूटा था
5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 खत्म कर दिया गया था। साथ ही राज्य को 2 केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया गया था। साथ ही स्पष्ट किया गया था कि जम्मू-कश्मीर में दिल्ली और पुदुचेरी की तरह उपराज्यपाल का शासन होगा, लेकिन विधानसभा के तहत जनता मुख्यमंत्री का निर्वाचन भी करेगी।
इससे पहले जम्मू- कश्मीर में 2014 में आखिरी बार चुनाव हुए थे। 2018 में BJP और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की गठबंधन वाली सरकार गिर गई थी, क्योंकि BJP ने PDP से अलायंस तोड़ लिया था।
सुप्रीम कोर्ट ने दिसंबर, 2023 में चुनाव आयोग को निर्देश दिया था कि सितंबर, 2024 तक हर हाल में जम्मू-कश्मीर में चुनाव करा लिए जाएं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी एक इंटरव्यू में कहा था कि 30 सितंबर से पहले जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव हो जाएंगे।
लोकसभा चुनाव 2024 : जम्मू-कश्मीर में BJP को 2 सीट मिलीं, 2 नेशनल कांफ्रेंस के खाते में
जम्मू कश्मीर की 5 सीटों में से जम्मू और उधमपुर सीट BJP के खाते में गईं। जम्मू कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस को यहां 2 सीटें मिलीं। बारामूला सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी जीते।
मैप में समझिए जम्मू-कश्मीर के दो केन्द्र शासित प्रदेश बनने से पहले और बाद की स्थिति
जम्मू-कश्मीर के LG की शक्तियां बढ़ीं, दिल्ली की तरह ट्रांसफर-पोस्टिंग में मंजूरी जरूरी
गृह मंत्रालय ने 12 जुलाई को जम्मू-कश्मीर के LG के अधिकारों में बदलाव का नोटिफिकेशन जारी किया था।
केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल (LG) की प्रशासनिक शक्तियां बढ़ा दी हैं। दिल्ली की तरह अब जम्मू-कश्मीर में राज्य सरकार LG की मंजूरी के बिना अफसरों की पोस्टिंग और ट्रांसफर नहीं कर सकेगी।
गृह मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019 की धारा 55 के तहत बदले हुए नियमों को नोटिफाई किया है, जिसमें LG को ज्यादा ताकत देने वाली धाराएं जोड़ी गई हैं। उपराज्यपाल के पास अब पुलिस, कानून व्यवस्था और ऑल इंडिया सर्विस (AIS) से जुड़े मामलों में ज्यादा अधिकार होंगे। पूरी खबर पढ़ें…
जम्मू-कश्मीर से 370 हटाने का फैसला बरकरार, सुप्रीम कोर्ट ने कहा- आर्टिकल 370 अस्थायी था
जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने का केंद्र सरकार का फैसला बरकरार रहेगा। सुप्रीम कोर्ट की 5 जजों की संविधान पीठ ने सोमवार को कहा – आर्टिकल 370 अस्थायी प्रावधान था। संविधान के अनुच्छेद 1 और 370 से स्पष्ट है कि जम्मू और कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। भारतीय संविधान के सभी प्रावधान वहां लागू हो सकते हैं।
केंद्र ने 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर से 370 हटा दिया था। इसके 4 साल, 4 महीने और 6 दिन बाद आए 476 पेज के फैसले में कोर्ट ने कहा, ‘हम आर्टिकल 370 को निरस्त करने के लिए जारी राष्ट्रपति के आदेश को वैध मानते हैं। पूरी खबर पढ़ें…