गुजरात में दुष्कर्म की शिकार 10 वर्षीय बच्ची की मौत: आरोपी ने रेप के बाद प्राइवेट पार्ट में रॉड डाली थी, 8 दिन तक चला इलाज – Gujarat News

बीते मंगलवार की ही रात बच्ची को वडोदरा के एसएसजी अस्पताल रेफर कर दिया गया था।
गुजरात में भरूच जिले के जांगिया जीआईडीसी में दुष्कर्म और उसके बाद हैवानियत की शिकार हुई 10 वर्षीय बच्ची आखिरकार जिंदगी की जंग हार गई। बच्ची को बीते मंगलवार को भरूच से वडोदरा के एसएसजी अस्पताल स्थानांतरित किया गया था।
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आंतरिक अंगों में गंभीर चोट आने से उसकी तीन सर्जरी की गई। बच्ची से यह हैवानियत उसके पड़ोस में रहने वाले 36 वर्षीय शख्स ने की थी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
एक महीने पहले भी बच्ची से रेप कर चुका था आरोपी, दूसरी बार की हैवानियत

इसी जगह 16 दिसंबर की शाम दुष्कर्म और हैवानियत की शिकार हुई थी10 वर्षीय बच्ची।
भरूच शहर के इंडस्ट्रियल एरिया जीआईडीसी के पास झघडिया एक वीरान इलाका है, जहां कच्चे छोटे-छोटे मकानों में काफी संख्या में मजूदर वर्ग रहता है। यहां रहने वाले ज्यादातर मजदूर दूसरे राज्यों के हैं।
आरोपी और पीड़ित परिवार भी झारखंड का रहने वाला है। पीड़ित परिवार करीब 7 महीने पहले ही झारखंड से यहां मजदूरी के लिए आया था। पड़ोस के ही एक कमरे में आरोपी विजय पासवान भी रहता था। आरोपी एक महीने पहले भी बच्ची से दुष्कर्म कर चुका था।
बच्ची ने यह बात अपने माता-पिता को बताई थी, लेकिन बदनामी के डर से माता-पिता ने चुप्पी साथे रखी और इसी का नतीजा था कि आरोपी ने दूसरी बार मौका पाते ही हैवानियत की सारी हदें पार कर दीं।
आरोपी ने न सिर्फ बच्ची के मुंह पर वार किए, बल्कि दुष्कर्म के बाद उसके प्राइवेट पार्ट में लोहे की रॉड भी डाल दी थी। बच्ची को गंभीर आंतरिक चोटें आई थीं, जिससे उसकी हालत गंभीर बनी हुई थी। अगर माता-पिता ने पहले ही आरोपी को सलाखों पीछे पहुंचा दिया होता तो आज बच्ची जिंदा होती।

दीवार पर खून के धब्बे, बच्ची कुछ देर इसी का सहारा लेकर खड़ी हुई थी।
बच्ची की हालत देखकर मैं स्तब्ध हूं: डॉक्टर भरूच में बच्ची का इलाज करने वाली डॉ. झील सेठ ने कहा- बच्ची की हालत देखकर मैं स्तब्ध हूं। बेसुध अवस्था में उसके साथ हैवानियत की गई। उसके गंभीर जख्म देखकर ‘निर्भया केस’ की याद आ गई।
उन्होंने कहा कि मैंने सात साल के अपने करियर में ऐसा गंभीर केस नहीं देखा था। बच्ची की सेहत और इलाज का लगातार अपडेट ले रही थी। काफी ब्लीडिंग होने से शुरुआत से ही उसकी हालत नाजुक बनी हुई थी।

भरूच के इंडस्ट्रियल एरिया जीआईडीसी के पास झघडिया इलाके के इस शेड में रहती थी मासूम।
आरोपी भी झारखंड का रहने वाला है वारदात का खुलासा होने पर लड़की के माता-पिता ने विजय पासवान का नाम लिया। जब पुलिस मौके पर पहुंची तो विजय पासवान इलाके में ही मौजूद था। पुलिस ने उसे पकड़ लिया और पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
आरोपी लड़की के कमरे के ठीक पीछे एक कमरे में रह रहा था। वह भी मूल रूप से झारखंड का रहने वाले है और उसकी दो बेटियां भी हैं। पत्नी और बेटियां झारखंड में रहती हैं।

आरोपी की दो बेटियां भी हैं। पत्नी और बेटियां झारखंड में रहती हैं।
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पड़ोसी ने कहा- मैं मोबाइल टॉर्च की रोशनी से झाड़ियों में पहुंचा, बच्ची लहूलुहान हालत में बैठी कराह रही थी

घटना स्थल पर खून के धब्बे।
भास्कर से बातचीत में बच्ची के कमरे के बगल वाले कमरे में रहने वाले टेकराम कुमार ने बताया कि शाम करीब साढ़े छह से साढ़े सात बजे के बीच यह घटना हुई होगी। मैं रात का खाना बना रहा थी तभी मैंने बच्चे के रोने की आवाज़ सुनी। मां…मां… की आवाज आई। पूरी खबर पढ़ें…