क्या आप भी पैसे बचाने के चक्कर में खरीदते हैं सस्ता फल? पाली में 500 KG आम को किया गया नष्ट

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Pali News: पाली में जिला प्रशासन ने सड़े-गले आम और केले नष्ट किए. खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने 500 किलो से अधिक खराब फल नष्ट किए. रसायनों का उपयोग रोकने के लिए सख्त चेतावनी दी.

500 किलो आम ओर केले किए नष्ट
हाइलाइट्स
- पाली में 500 किलो सड़े-गले आम और केले नष्ट किए गए.
- खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने रसायनों के उपयोग पर सख्त चेतावनी दी.
- खराब फलों की बिक्री पर व्यापारियों को फटकार लगाई गई.
पाली. फलों के राजा आम का जूस भला कौन नही पीना चाहता. गर्मियां आते ही आम की डिमांड बढ़ जाती है. हालांकि, कई बार आपके घर पर या बाजार में आपको आम की खराब क्वालिटी मिलती है. इसे लेकर पाली में जिला प्रशासन बेहद सजग है. खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीमें अब बाजार में लगातार घूम रहे हैं. इस दौरान सड़े-गले आम और केले को देखते ही नष्ट कर दिया जा रहा है. खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने 500 किलो से भी अधिक सड़े-गले आम और केले को नष्ट कर दिया.
खाद्य सुरक्षा अधिकारी दिलीप सिंह यादव और सुरेश चन्द्र शर्मा की टीम ने ग्रीष्मकालीन विशेष अभियान के तहत ’’शद्ध आहार मिलावट पर वार’’ की कार्यवाही की. इसके तहत खाद्य कारोबारियों को कच्चे फलों को पकाने में प्रयुक्त होने वाले जहरीले रसायन का छिड़काव नही करने की हिदायत दी गई. साथ ही फल एवं सब्जी मंडी के बड़े व्यापारियो को खराब चीजों की ब्रिकी करने पर फटकार भी लगाई.
टीम ने दी सख्त चेतावनी
सीएमएचओ डॉ विकास मारवाल के निर्देशानुसार, तेज गर्मी में पेय पदार्थ, ज्यूस और फलों में रसायन का प्रयोग करने वाले खाद्य कारोबारकर्ताओं पर विशेष कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इस अभियान के तहत श्याम एग्रो फूड्स, अम्बे नगर स्थित कोल्ड स्टोरेज सेंटर पर खाद्य सुरक्षा अधिकारी दिलीप सिंह यादव, सुरेश चन्द्र शर्मा और टीम ऑपरेटर ओम प्रकाश प्रजापत ने निरीक्षण किया. उन्होंने पाया कि कोल्ड स्टोरेज सेंटर में केले को पकाने में एफएसएसएआई द्वारा अधिकृत रसायन का उपयोग हो रहा था.
सुनकर आप भी रह जाएंगे हैरान
खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने जब फल और सब्जी मंडी में अचानक दबिश दी, तो एक थोक व्यापारी के यहां आम की जांच की. आम बाजार में 100 से 150 रुपये प्रति किलोग्राम बिकते हैं, लेकिन सड़े-गले आम पाए गए. अधिकारियों के पूछने पर खाद्य कारोबारकर्ता ने 100 रुपये में चार किलो देने की बात कही. इन सड़े और बदबूदार आमों में कीड़े पड़े थे, जिस पर कार्रवाई करते हुए 500 से अधिक किलो आम नष्ट करवाए गए.
इन रसायनों का उपयोग बन सकता है जानलेवा
खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुरेश चन्द्र शर्मा ने बताया कि कैल्शियम कार्बाइड और एस्टीलीन जैसे रसायनों का उपयोग फलों को पकाने में करने पर यह आमजन के स्वास्थ्य के लिए जानलेवा साबित हो सकता है. इस विशेष अभियान के तहत जिले भर में सभी ज्यूस सेंटर, कोल्ड स्टोरेज सेंटर और फल एवं सब्जी विक्रेताओं पर कार्यवाही कर अभियान को सफल बनाया जाएगा. अभियान के पहले दो दिनों में ही शहर के विभिन्न स्थानों से फलों की रसायन जांच हेतु 16 सैंपल लिए गए, जिन्हें जन स्वास्थ्य प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा गया.
एक दशक से डिजिटल जर्नलिज्म में सक्रिय. दिसंबर 2020 से News18Hindi के साथ सफर शुरू. न्यूज18 हिन्दी से पहले लोकमत, हिन्दुस्तान, राजस्थान पत्रिका, इंडिया न्यूज की वेबसाइट में रिपोर्टिंग, इलेक्शन, खेल और विभिन्न डे…और पढ़ें
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