Published On: Sat, May 24th, 2025

कैसे लीक हुआ कविता का लेटर, KCR के खिलाफ कौन सा रचा जा रहा खेल?


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Telangana Politics: तेलंगाना में बीआरएस नेता के कविता की केसीआर को लिखी लेटर लीक होने के बाद सियासी तूफान मच गया है. इस लीक के पीछे की टाइमिंग, तरीका और चुप्पी कई सवाल खड़े कर रही है. क्या यह सत्ता संघर्ष का सं…और पढ़ें

कैसे लीक हुआ कविता का लेटर,  KCR के खिलाफ कौन सा रचा जा रहा खेल?

कविता खुद को KCR के विकल्प के रूप में पेश कर रही हैं. (फाइल फोटो)

हाइलाइट्स

  • कविता का केसीआर को लिखा पत्र लीक हुआ.
  • पत्र लीक होने से BRS में खेमेबाजी के संकेत.
  • कविता और KTR के बीच राजनीतिक तनाव की चर्चा.

News18 तेलुगु
K Kavitha VS KCR Telangana Politics:
तेलंगाना की राजनीति में इस वक्त एक लीक हुई लेटर ने हलचल मचा दी है. बीआरएस (BRS) नेता और एमएलसी के कविता (K Kavitha) की ओर से उनके पिता और पार्टी प्रमुख के चंद्रशेखर राव (KCR) को लिखा गया पत्र अचानक मीडिया तक कैसे पहुंच गया? यह सवाल अब हर राजनीतिक गलियारे में चर्चा का विषय बना हुआ है. यह पत्र सार्वजनिक कैसे हुआ, क्या इसके पीछे कोई साजिश है या फिर कविता खुद इसे लीक करवाकर कोई बड़ा संदेश देना चाहती थीं?

राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक इस लेटर का लीक होना महज संयोग नहीं बल्कि एक सोची-समझी रणनीति हो सकती है. पत्र की टाइमिंग, कंटेंट और उसका मीडिया तक पहुंचना BRS के अंदर खेमेबाजी और नेतृत्व को लेकर मचे घमासान की तरफ इशारा कर रहा है.

पढ़ें- ‘डैडी, जिस BJP ने मुझे परेशान किया, उसके लिए नरमी क्यों?’, बेटी कविता का पिता KCR को खत, मचा बवाल

क्या BRS में भाई-बहन के बीच है राजनीतिक जंग?
बीआरएस पार्टी के भीतर इस बात की चर्चाएं जोरों पर हैं कि कविता और पार्टी कार्यकारी अध्यक्ष केटी राम राव (KTR) के बीच सब कुछ ठीक नहीं है. कविता लगातार प्रेस कॉन्फ्रेंस और जनसभाएं कर रही हैं. इससे ये संदेश जा रहा है कि वह खुद को KCR के विकल्प के रूप में पेश कर रही हैं. मीडिया में दोनों की गतिविधियां एक-दूसरे से बिल्कुल अलग नजर आ रही हैं. बाहरी भाईचारे के बावजूद राजनीतिक हलकों में ये चर्चा है कि अंदर ही अंदर राजनीतिक उत्तराधिकार के अधिकारों को लेकर शीत युद्ध चल रहा है.

BRS के भीतर राजनीतिक उत्तराधिकार के अधिकारों को लेकर शीत युद्ध चल रहा है.

क्या पार्टी में कविता हो रही हैं अलग-थलग?
इस लेटर के सार्वजनिक होने के बाद पार्टी के किसी बड़े नेता ने कविता के समर्थन में बयान नहीं दिया है. जेल से रिहा होने के बाद से ही कविता को लेकर पार्टी के भीतर व्यवहार कुछ खास देखने को मिल रहा है. कई नेताओं ने उनकी बैठकों में शामिल होने से इनकार किया है. इससे यह संकेत मिल रहा है कि पार्टी के भीतर उनकी स्थिति अब उतनी मजबूत नहीं रही.

पार्टी में भूत हैं— कविता का इशारा किसकी ओर?
सूत्रों की मानें तो कविता पार्टी के भीतर से मिल रहे विरोध को लेकर बेहद नाराज हैं. बताया जा रहा है कि वे इस बात से भी असंतुष्ट हैं कि केसीआर ने भाजपा के खिलाफ कोई ठोस बयान नहीं दिया. उनके गुट से कहा जा रहा है कि “पार्टी में भूत हैं” यानी विरोधी अब बाहर नहीं बल्कि अंदर से हैं.

क्या कविता को है पार्टी अध्यक्ष बनने की चाह?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि कविता इस लेटर के जरिए पार्टी नेतृत्व को यह संदेश देना चाहती हैं कि अगर उन्हें सम्मानजनक भूमिका नहीं दी गई तो वे नई राह चुन सकती हैं. इस लीक को सिर्फ जनभावना हासिल करने का हथकंडा नहीं बल्कि पार्टी नेतृत्व में बदलाव का दबाव भी माना जा रहा है.

KCR के लिए बढ़ी चुनौती, क्या बदल सकता है नेतृत्व?
इन तमाम घटनाओं ने BRS पार्टी के भविष्य को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं. अगर परिवार के भीतर मतभेद गहराते हैं तो यह पार्टी को कमजोर कर सकते हैं. सवाल ये है कि क्या KCR अब भी पार्टी पर पहले जैसा नियंत्रण रखते हैं? या फिर नेतृत्व में बदलाव की आहट सुनाई देने लगी है?

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Sumit Kumar

Sumit Kumar is working as Senior Sub Editor in News18 Hindi. He has been associated with the Central Desk team here for the last 3 years. He has a Master’s degree in Journalism. Before working in News18 Hindi, …और पढ़ें

Sumit Kumar is working as Senior Sub Editor in News18 Hindi. He has been associated with the Central Desk team here for the last 3 years. He has a Master’s degree in Journalism. Before working in News18 Hindi, … और पढ़ें

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