कुवैत के लिए क्यों जरूरी है भारत? PM मोदी के स्वागत में यूं नहीं हुआ न्योछावर

कुवैत सिटी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिनों के कुवैत दौरे पर हैं. यहां कुवैत सिटी पहुंचने पर उनका जोरदार स्वागत किया गया. कुवैत में भारतीय प्रधानमंत्री के इस शानदार स्वागत की एक बड़ी वजह है. पीएम मोदी ने शनिवार को प्रवासी भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए खुद इसके बारे में बात की.
पीएम मोदी के स्वागत के लिए कुवैती सिटी में भारतीय समुदाय ने हला मोदी कार्यक्रम रखा था. इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जबसे वह यहां आए हैं, तबसे ही चारों तरफ एक अलग ही अपनापन, एक अलग ही गर्मजोशी महसूस कर रहे हैं. पीएम मोदी ने प्रवासी भारतीय समुदाय से कहा, ‘आप सब भारत के अलग-अलग राज्यों से आए हैं लेकिन आप सभी को देखकर ऐसा लग रहा है जैसे मेरे सामने मिनी हिंदुस्तान उमड़ आया है.उत्तर, दक्षिण, पूर्व, पश्चिम, हर क्षेत्र के अलग-अलग भाषा बोलने वाले लोग मेरे सामने नजर आ रहे हैं लेकिन सबके दिल में एक ही गूंज है…भारत माता की जय.’
चार घंटे के सफर में चार दशक
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘साथियों आज निजी रूप से मेरे लिए ये पल बहुत खास है, 43 वर्ष यानी चार दशक से भी ज्यादा समय के बाद भारत का कोई प्रधानमंत्री कुवैत आया है. आपको हिंदुस्तान से यहां आना है तो चार घंटे लगते हैं लेकिन प्रधानमंत्री को चार दशक लग गए.’
पीएम मोदी ने कहा, ‘आपमें से कितने ही साथी पीढ़ियों से कुवैत में रह रहे हैं, बहुतों का तो जन्म भी यहीं हुआ है और हर साल सैंकड़ों भारतीय आपके समूह में जुड़ते जाते हैं, आपने, कुवैत के समाज में भारतीयता का तड़का लगाया है, कुवैत के कैनवास में भारतीय हुनर का रंग भरा है.’
भारत ने कैसे दिया कुवैत का साथ?
पीएम मोदी ने भारत-कुवैत संबंध पर बोलते हुए कहा, ‘भारत और कुवैत का रिश्तों सभ्यताओं का है, स्नेह का है, व्यापार कोरबार का है. भारत और कुवैत अरब सागर के दो किनारों पर स्थित हैं. हमें सिर्फ डिप्लोमेसी ने ही नहीं, बल्कि दिलों ने भी जोड़ा है, हमारा वर्तमान ही नहीं बल्कि हमारा अतीत भी हमें जोड़ता है.’
पीएम मोदी ने इसके साथ ही कहा कि आने वाले दशकों में भारत और कुवैत समृद्धि में भी महत्वपूर्ण साझेदार बनेंगे. हला मोदी में भारतीय प्रधानमंत्री ने कहा, ‘कोरोना काल में कुवैत को भारत ने सबसे ज्यादा साथ दिया. भारत ने उस दौरान सबसे ज्यादा लिक्विड ऑक्सीजन दिया, जिससे बहुत लोगों को बचाया गया. फिर भारत ने वैक्सीन भी दिया.’
कुवैत के लिए कितना अहम भारत और भारतीय?
पीएम मोदी ने इसके साथ ही कहा, ‘कुवैत के लोग न्यू कुवैत के निर्माण में जुटे हैं. भारत लगातार इनोवेशन को बढ़ा रहा है. कुवैत को न्यू कुवैत निर्माण के लिए जो मेन पवार चाहिए वो भारत के पास है. भारत में दुनिया का स्किल टेक्नालॉजी बनने का सामर्थ्य है. भारत दुनिया का स्किल डेव्लप कर रहा है. दुनियाभर के देश भी भारत की स्किल्ड मैनपावर के लिए अपने दरवाजे खोल रहे हैं. अनेक देशों से इसके लिए करार हो रहे हैं. इसके लिए ई स्कील पोर्टल है. इसकी मदद से लाखो साथी खाड़ी देशों में भी आए हैं. इसके पीछे एक ही मकसद है, जो भारत से बहार काम कर रहे हैं उनका फायदा हो.’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आज भारत दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी इकॉनमी है. आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा मोबाइल निर्माता देश है. बीते दस साल में भारत ने जितना ऑप्टिकल फाइबर बिछाया है, वह धरती और चन्द्रमा की दूरी के आठ गुना है. भारत आज दुनिया में नंबर वन डिजिटली हो गया है. भारत में चाय पीते हैं, रेहड़ी पटरी पर सामन लेते हैं तो तुरंत डिजिटल पेमेंट करते हैं. भारत लगातार डिजिटली स्मार्ट हो रहा है.’
बता दें पीएम मोदी का यह दौरा 43 वर्षों में किसी भारतीय पीएम का पहला कुवैत दौरा है. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शनिवार दोपहर कुवैत सिटी स्थित होटल में पहुंचने पर भारतीय समुदाय ने भव्य स्वागत किया. पीएम मोदी कुवैत राज्य के अमीर शेख मेशल अल-अहमद अल-जबर अल-सबाह के निमंत्रण पर अपनी ऐतिहासिक दो दिवसीय यात्रा पर यहां पहुंचे हैं. उम्मीद है कि यह यात्रा खाड़ी देशों के साथ भारत के करीबी रिश्तों को एक नए स्तर पर ले जाएगी.
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FIRST PUBLISHED : December 21, 2024, 20:44 IST