किसान की बेटी ने रचा इतिहास, गांव से पहुंच गई माउंट एवरेस्ट, तिरंगा लहराकर किया नाम रोशन

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जयपुर के जमवारामगढ़ की तुलसी मीना ने इतिहास रच दिया है. किसान की बेटी ने माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराकर देश और गांव का नाम रोशन किया है. इससे पहले तुलसी मीना ने 2020 में माउंट फ्रेंडशिप फतह किया था.

राजस्थान की बेटी ने किया गांव का नाम रोशन (इमेज- फाइल फोटो)
राजस्थान के जयपुर जिले के जमवारामगढ़ उपखंड के छोटे से गांव मेदराजसिंहपुरा सीरो का बांस की बेटी तुलसी मीना ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है. किसान देवाराम खोडा की इस युवा पर्वतारोही ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट (8,848.86 मीटर) पर भारत का तिरंगा फहराकर न केवल अपने गांव, बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया है. तुलसी की इस उपलब्धि ने ग्रामीण भारत की बेटियों के लिए एक नई मिसाल कायम की है और उनके गांव में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है.
तुलसी मीना, जिन्हें पहले 2020 में हिमाचल प्रदेश की पीर पंजाल रेंज में माउंट फ्रेंडशिप पीक (5,289 मीटर) पर तिरंगा फहराने के लिए जाना गया था, ने एक बार फिर अपनी हिम्मत और दृढ़ संकल्प का परिचय दिया. उस समय उनके साथ पर्वतारोही रजनी चौधरी और विक्रम झाझडिया भी थे. इस बार माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई के लिए तुलसी ने महीनों तक कठिन प्रशिक्षण लिया, जिसमें शारीरिक और मानसिक तैयारी शामिल थी. उनकी इस उपलब्धि की खबर जैसे ही गांव पहुंची, मेदराजसिंहपुरा और आसपास के क्षेत्रों में उत्सव का माहौल बन गया.
बेहद कठिन था रास्ता
माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई कोई आसान काम नहीं है. यह चोटी अपनी खतरनाक ढलानों, बर्फीले तूफानों और ऑक्सीजन की कमी के लिए जानी जाती है. तुलसी ने बताया कि उन्होंने इस चढ़ाई के लिए अपनी फिटनेस पर विशेष ध्यान दिया और कई महीनों तक हिमालय की अन्य चोटियों पर अभ्यास किया. उनकी प्रेरणा का स्रोत उनकी मां और गांव की महिलाएं थीं, जिन्हें वह यह संदेश देना चाहती थीं कि मेहनत और हिम्मत से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है. तुलसी ने कहा, “मैं चाहती हूं कि ग्रामीण क्षेत्र की हर बेटी अपने सपनों को सच करने की हिम्मत जुटाए.”
मिलने लगी बधाइयां
इस उपलब्धि की प्रशंसा में, पूर्व ओलंपियन और जयपुर ग्रामीण की नेता कृष्णा पूनिया ने सोशल मीडिया पर तुलसी को बधाई दी. उन्होंने लिखा, “जयपुर ग्रामीण की बेटी तुलसी मीना ने माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराकर देश में अपने गांव का नाम रोशन किया है. मैं उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करती हूं.” स्थानीय समुदाय भी तुलसी की इस उपलब्धि पर गर्व महसूस कर रहा है. मेदराजसिंहपुरा के सरपंच रामस्वरूप मीना ने कहा, “तुलसी ने हमारे छोटे से गांव को विश्व पटल पर ला खड़ा किया. यह हर ग्रामीण बेटी के लिए प्रेरणा है.”
आगे बढ़ रही हैं बेटियां
राजस्थान में हाल के वर्षों में कई बेटियों ने पर्वतारोहण में नाम कमाया है. उदाहरण के लिए दौसा की धोली मीना ने यूरोप के सबसे ऊंचे ज्वालामुखी माउंट एटना पर तिरंगा फहराकर पहली भारतीय आदिवासी महिला होने का गौरव हासिल किया था. इसी तरह हिसार की मीनू कालीरमन ने माउंट एवरेस्ट और माउंट लहोत्से पर तिरंगा फहराकर इतिहास रचा. तुलसी की उपलब्धि भी इस कड़ी में एक और सुनहरा अध्याय जोड़ती है.

न्यूज 18 में बतौर सीनियर सब एडिटर काम कर रही हूं. रीजनल सेक्शन के तहत राज्यों में हो रही उन घटनाओं से आपको रूबरू करवाना मकसद है, जिसे सोशल मीडिया पर पसंद किया जा रहा है. ताकि कोई वायरल कंटेंट आपसे छूट ना जाए.
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