कांग्रेस विधायक बोले…सीएम सिर्फ नालंदा पर ध्यान देते : नालंदा की तरह विक्रमशिला विवि के गौरव लौटाने की मांग, 500 करोड़ रुपए हुए थे आवंटित – Bhagalpur News

भागलपुर से करीब 80 किमी दूर देश के सबसे प्राचीन विश्वविद्यालयों में से एक विक्रमशिला विश्वविद्यालय है। सदियों बाद जिस तरह नालंदा विश्वविद्यालय का गौरव लौटा अब विक्रमशिला विवि का गौरव लौटाने की मांग उठ रही है।
.
2014 चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी ने यहां केंद्रीय विवि की स्थापना की बात कही थी और इसके लिए 500 करोड़ भी आवंटित किया था, लेकिन जमीन अधिग्रहण की समस्या बनी रही। विक्रमशिला विश्विद्यालय के समीप अंतीचक मौजा में जमीन चयन हुई। इसका प्रस्ताव भी भेजा गया लेकिन इसके आगे की प्रक्रिया ठंडे बस्ते में चली गई।
कांग्रेस विधायक ने आरोप लगाया है कि सीएम नीतीश कुमार नालंदा से हैं इसलिए वहां विकास हो रहा हैय़।

विक्रमशिला विश्वविद्यालय का हिस्सा।
विश्वविद्यालय ने 400 वर्षों तक छात्रों को शिक्षित किया
अंग जनपद में 8वीं सदी में पाल वंश के राजा धर्मपाल ने विक्रमशिला विश्वविद्यालय की स्थापना की थी। इस विश्वविद्यालय ने 400 वर्षों छात्रों को शिक्षित किया। तंत्र विद्या, संस्कृत, न्याय दर्शन और व्याकरण का अध्ययन होता था। विश्वविद्यालय में तब अध्यापकों और छात्रों के रहने के इंतजाम थे।
12वीं सदी में बख्तियार खिलजी ने नालंदा विवि के साथ-साथ इसे भी ध्वस्त कर दिया था। विशाल पुस्तकालय में आग लगा दी। इसके बाद विश्वविद्यालय मिट्टी में समा गया। खुदाई में उसके स्तूप और अवशेष बाहर आए। जिसके बाद इसकी पूरी जानकारी मिली।

कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा।
विक्रमशिला को देखने वाला कोई नहीं है
विक्रमशिला विश्विद्यालय की स्थापना को लेकर नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस विधायक ने मुख्यमंत्री पर सिर्फ नालंदा पर ध्यान देने का आरोप लगाया है। विधायक अजीत शर्मा ने कहा कि नीतीश कुमार नालंदा से आते हैं इसलिए वहां विकास हो रहा है। विक्रमशिला को देखने वाला कोई नहीं है। विक्रमशिला ज्ञान की धरती है। मुख्यमंत्री इस पर भी ध्यान दें। विश्वविद्यालय की पुनर्स्थापना करवाएं।

ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार।
विक्रमशिला पर भी ध्यान है
वहीं, इसको लेकर ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि जब नालंदा विश्वविद्यालय की तरफ सरकार का ध्यान गया तो हमारा विक्रमशिला पर भी ध्यान है। इसके बारे में सोचा जा रहा है। नालंदा विश्वविद्यालय तभी पूरा होगा जब हमरा विक्रमशिला बनेगा।

पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे।
नरेंद्र मोदी ने राशि दी है
पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्वनी चौबे ने कहा कि हमने राष्ट्रपति महोदया का ध्यान इस ओर आकर्षित किया है। जल्द ही इसका भी काम होगा। नरेंद्र मोदी ने इसके लिए राशि भी दी है, लेकिन काम नहीं हो रहा है। नालंदा की तर्ज पर इसे भी विकसीत करने की सरकार की मंशा है।
कई बार धरना दिया जा चुका है
विक्रमशिला विश्वविद्यालय के लिए कई बार धरना भी दिया गया। इसके निर्माण की मांग के लिए प्रदर्शन हुआ। अब नालन्दा विश्वविद्यालय के निर्माण के बाद इसके लिए भी सत्याग्रह शुरू हो गया है। भागलपुर में हवाई जहाज संघर्ष समिति ने विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए धरना दिया। इसके लिए लोगों की आवाज बुलंद करने की चर्चा हुई। ताकि सरकार का ध्यान इस ओर आकृष्ट हो।विक्रमशिला विश्वविद्यालय का काम तेजी से शुरू हो।