Published On: Sun, Jul 14th, 2024

कहां रखा जाएगा जगन्‍नाथ मंदिर का खजाना? कैसे होगी रत्‍नों-आभूषणों की ग‍िनती, जानें पल-पल का अपडेट


46 साल बाद पुरी के प्रत‍िष्‍ठ‍ित जगन्‍नाथ मंद‍िर के रत्‍न भंडार खोले गए हैं. सरकार रत्न भंडार में मौजूद कीमती सामानों, आभूषणों की डिजिटल लिस्टिंग करेगी, जिसमें उनके वजन और निर्माण जैसे डिटेल्‍स होंगे. ओड‍िशा हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश विश्वनाथ रथ की अगुवाई में 11 एक्‍सपर्ट की टीम रत्‍नों की ग‍िनती करेगी. उसके बाद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के एक्‍सपर्ट रत्‍न भंडार का सर्वे करेंगे. रत्‍नभंडार से सारा खजाना बाहर निकाला जाएगा. लेकिन ये जाएगा कहां?

ओड‍िशा सरकार के अध‍िकार‍ियों ने बताया क‍ि जब रत्‍न भंडार फिर से खोला गया तो कुल 11 लोग मौजूद थे. इनमें श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन के मुख्य प्रशासक अरबिंद पाधी, एएसआई अधीक्षक डीबी गडनायक और पुरी के राजा ‘गजपति महाराजा’ के एक प्रतिनिधि शामिल थे. मंद‍िर के चार सेवक भी इसमें शामिल थे, ज‍िन्‍हें पाटजोशी महापात्र, भंडार मेकअप, चाधौकरण और देउलिकरन. ये सभी लोग अनुष्‍ठानों के दौरान देखभाल करते हैं. मंद‍िर के मुख्‍य प्रशासक अरबिंद पाधी ने बताया क‍ि खजाना फिर से खोल दिया गया है, लेकिन कीमती सामानों की सूची तुरंत नहीं बनाई जाएगी. उन्होंने कहा, खजाने के आंतरिक और बाहरी कक्षों में रखे गए आभूषणों और अन्य कीमती सामानों को लकड़ी के संदूकों में एक अस्थायी स्ट्रॉन्ग रूम में ले जाया जाएगा. अस्थायी स्ट्रॉन्ग रूम की पहचान कर ली गई है और सीसीटीवी कैमरे लगाने सहित सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर ली गई हैं.

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