कर्नाटक भाजपा विधायक बोले- राहुल गांधी को थप्पड़ मारना चाहिए: वे हिंदुओं को हिंसक कहते हैं, शिवजी ने तीसरी आंख खोली तो राहुल राख हो जाएंगे

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बेंगलुरु32 मिनट पहले
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राहुल गांधी ने 1 जुलाई को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के तौर पर पहला भाषण दिया था। इसे लेकर भरत शेट्टी ने सोमवार (8 जुलाई) को राहुल को थप्पड़ मारने की बात कही।
कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी के विधायक भरत शेट्टी ने लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि संसद में हिंदू विरोधी बयान देने के लिए राहुल गांधी को थप्पड़ मारना चाहिए। शेट्टी कर्नाटक की मंगलुरु सिटी नॉर्थ विधानसभा से विधायक हैं।
सोमवार को मंगलुरु में एक विरोध मार्च को संबोधित करते हुए भरत शेट्टी ने कहा कि कांग्रेस नेता खुद को हिंदू कहते हैं, वे सिर्फ हिंसा, नफरत और झूठ फैलाते हैं। राहुल गांधी हिंदू विरोधी पॉलिसी को फॉलो करते हैं। उनके बयान सुनकर साफ समझ आता है कि वे पागल आदमी हैं।
संसद में राहुल गांधी के भगवान शिव की तस्वीर दिखाने पर भरत शेट्टी ने कहा कि वे हिंदुओं को हिंसक कहते हैं। पागल आदमी को यह नहीं पता कि अगर भगवान शिव ने अपनी तीसरी आंख खोल दी तो राहुल गांधी राख बन जाएंगे।

शेट्टी बोले- जगह के हिसाब से धार्मिक पहचान बदलते हैं राहुल
भरत शेट्टी ने कहा कि राहुल जहां जाते हैं, उस जगह के हिसाब से धर्म को लेकर अपना मत बदल लेते हैं। जब वे गुजरात आते हैं तो वे शिवजी के भक्त हो जाते हैं, तमिलनाडु जाते हैं तो नास्तिक हो जाते हैं और केरल जाते हैं तो सेक्युलर हो जाते हैं।
राहुल ने संसद में कहा था- खुद को हिंदू कहने वाले 24 घंटा हिंसा का बात करते हैं
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोमवार 1 जुलाई को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के तौर पर पहला भाषण दिया था। उन्होंने संविधान की कॉपी दिखाकर अपने भाषण की शुरुआत की। फिर भगवान शिव की तस्वीर दिखाकर राहुल गांधी ने कहा कि सत्य, अहिंसा और साहस ही हमारा हथियार है। शिव का त्रिशूल अहिंसा का प्रतीक है।
राहुल ने कहा, ‘इस तस्वीर के जरिए मैं बताना चाहता हूं कि शिवजी से कभी ना डरने की शक्ति मिलती है।’ वे यहीं नहीं रुके। उन्होंने गुरुनानक, जीसस के अलावा सर्वधर्म संप्रदाय का पोस्टर भी दिखाया। फिर अभय मुद्रा का जिक्र किया।
राहुल ने कहा, जो लोग अपने आपको हिंदू कहते हैं वो 24 घंटे हिंसा-हिंसा-हिंसा, नफरत-नफरत-नफरत… आप हिंदू हो ही नहीं। पीएम मोदी ने उन्हें टोकते हुए कहा कि पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना गंभीर विषय है। इस पर राहुल ने कहा कि पीएम मोदी और बीजेपी पूरा हिंदू समाज नहीं है। पूरी खबर यहां पढ़ें…

राहुल ने अपने भाषण में हाथ दिखाकर अभय मुद्रा का जिक्र किया।
राहुल संविधान, मणिपुर, संसद पर भी बोले… 9 पॉइंट्स में पढ़िए
1. संविधान पर: राहुल गांधी ने लोकसभा में जय संविधान के साथ अपनी स्पीच शुरू की। कहा- अच्छा लग रहा है कि हर दो-तीन मिनट पर बीजेपी के लोग संविधान-संविधान कर रहे हैं। हमने देश के लोगों के साथ मिलकर इसकी रक्षा की है। पूरा विपक्ष आइडिया ऑफ इंडिया को बचा रहा है।
2. विपक्षी नेताओं पर केस और जेल में डालने पर: मुझ पर फर्जी मुकदमे किए गए। ईडी ने पूछताछ की, अफसर भी हैरान थे। इंडिया ब्लॉक के नेताओं को जेल में रखा है। ओबीसी-एससी-एसटी की बात करने वालों पर मुकदमे किए जा रहे हैं। भगवान शिव की तरह कांग्रेस पार्टी भी अभय मुद्रा में है। मुस्लिम, सिख धर्म में भी अभय मुद्रा दिखाई देती है।
3. सत्ता के डराने पर: राहुल ने कहा कि हिंदू डर नहीं फैला सकता। उन्होंने फिर शिवजी की तस्वीर लहराई और कहा कि बीजेपी डर फैला रही है। अयोध्या से शुरू करता हूं। राहुल के इतना कहने पर अमित शाह खड़े हुए और कहा कि नियम इन पर लागू नहीं होता क्या। ये पूरी बीजेपी को हिंसा फैलाने वाला बता रहे हैं। हाउस ऑर्डर में नहीं है। सदन ऐसे नहीं चलेगा।
4. मणिपुर पर: राहुल ने कहा कि पीएम मोदी ने मणिपुर को सिविल वॉर यानी गृह युद्ध में धकेल दिया है। आपकी नीतियों और राजनीति की वजह से मणिपुर को जला कर रख दिया है। प्रधानमंत्री के लिए मणिपुर राज्य का अस्तित्व ही नहीं है। हमने उनसे अपील की थी कि वे मणिपुर जाकर संदेश दें। लेकिन नहीं, आप प्रधानमंत्री से कोई जवाब नहीं पा सकते।

5. संसद में बोलने से रोकने पर: राहुल ने कहा कि माइक दीजिए सर। उन्होंने ये सवाल किया कि माइक का कंट्रोल किसके पास है सर। इस पर स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि सदन में एक व्यवस्था होती है। जब आसन की ओर से किसी व्यक्ति को बोलने के लिए कहा जाता है, तब उसका माइक शुरू किया जाता है। आपका माइक बंद नहीं किया जाता। राहुल ने कहा कि मेरे भाषण के बीच में माइक ऑफ हो जाता है, मैं क्या करूं।
7. अयोध्या में लोगों की परेशानी पर
राहुल गांधी ने कहा कि भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या ने बीजेपी को मैसेज दिया। फैजाबाद के सांसद अवधेश पासी की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि ये मैसेज आपके सामने बैठे हुए हैं। मैंने कल कॉफी पीते हुए इनसे पूछा कि हुआ क्या। आपको कब पता लगा कि आप अयोध्या में जीत रहे हो। इन्होंने कहा कि पहले दिन से पता था। अयोध्या में एयरपोर्ट बना, जमीन छीनी गई और आज तक मुआवजा नहीं मिला। जो भी छोटे-छोटे दुकानदार थे, छोटी-छोटी बिल्डिंग्स थीं, सबको गिरा दिया गया और उन लोगों को सड़क पर कर दिया गया। अयोध्या के इनॉगरेशन में अयोध्या की जनता को बहुत दुख हुआ।
अंबानी जी थे, अडाणी जी थे, लेकिन अयोध्या का कोई नहीं था। अयोध्या की जनता के दिल में नरेंद्र मोदी जी ने भय पैदा कर दिया। उनकी जमीन ले ली, घर गिरा दिए, लेकिन इनॉगरेशन तो छोड़ो, उसके बाहर तक नहीं जाने दिया।
8. मोदी के अयोध्या से लड़ने पर
राहुल ने कहा कि इन्होंने मुझे एक और बात बोली कि दो बार नरेंद्र मोदी ने टेस्ट किया कि क्या मैं (मोदी) अयोध्या में लड़ जाऊं। सर्वेयर्स ने कहा कि अयोध्या मत जाना, वहां की जनता हरा देगी, इसलिए पीएम वाराणसी गए और वहां से बचकर निकले।

स्पीच के दौरान फैजाबाद के सांसद अवधेश पासी से हाथ मिलाया।
9. बीजेपी के सीनियर नेताओं के डर पर
राहुल ने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि मोदी जी अयोध्या के लोगों की छोड़ो, बीजेपी वालों को डराते हैं। राजनाथ और गडकरी जी इनके सामने नमस्ते तक नहीं करते। इस पर स्पीकर ओम बिरला ने राहुल से कहा- आप नीतियों पर बोलिए। किसी पर व्यक्तिगत आक्षेप करना उचित है क्या।
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राहुल गांधी बोले- मुझे नहीं लगता मणिपुर के हालात सुधरेंगे:ग्राउंड लेवल पर कोई इम्प्रूवमेंट नहीं

राहुल गांधी ने सोमवार (8 जुलाई) को असम-मणिपुर का दौरा किया। उन्होंने असम के बाढ़ पीड़ितों और मणिपुर हिंसा के पीड़ितों से मुलाकात की। राहुल ने कहा कि मणिपुर में मेरा तीसरा दौरा है। मुझे लगा था कि यहां के हालात में सुधार हुआ होगा, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ है। ग्राउंड लेवल पर कोई इम्प्रूवमेंट नहीं है। मणिपुर को लेकर केंद्र सरकार बिल्कुल भी संवेदनशील नहीं है। मुझे नहीं लगता कि यहां के हालात सुधरेंगे। पूरी खबर यहां पढ़ें…
राहुल गांधी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर लोको पायलट्स से मिले:ट्रेन ड्रायवरों ने ज्यादा काम और कम आराम की शिकायत की

राहुल गांधी ने शुक्रवार (5 जुलाई) की दोपहर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पहुंच कर इंडियन रेलवे के लोको पायलट्स से मुलाकात की। राहुल ने लोको पायलट्स से उनके काम, उनकी परेशानियों के बारे में जाना।
लोको पायलट्स ने ड्यूटी में कम आराम दिए जाने की शिकायत की और ज्यादा आराम दिए जाने की बात कही। इस पर राहुल ने लोको पायलट की मांग का समर्थन किया है। साथ ही उनको आश्वासन दिया कि वे लगातार रेलवे के निजीकरण और रेलवे में भर्ती की कमी का मुद्दा उठाते रहे हैं और आगे भी उठाते रहेंगे। पूरी खबर यहां पढ़ें…