करनाल में कांग्रेस नेता पंवार ने भाजपा पर साधा निशाना: बोले-सरपंचों के अधिकार छीने, कागजों में ग्राम सभाएं, पंचायती राज व्यवस्था कमजोर – Gharaunda News

प्रदेश स्तरीय बैठक में भाजपा पर आरोप लगाते राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सुनील पंवार।
करनाल जिले में राजीव गांधी पंचायती राज संगठन की प्रदेश स्तरीय बैठक हुई। जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सुनील पंवार ने हालिया संशोधनों पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि 2023 के बदलावों ने पंचायती राज को कमजोर किया है, ठेकेदारी प्रथा को बढ़ावा देकर सरपंचो
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उन्होंने भाजपा पर भ्रष्टाचार बढ़ाने के आरोप लगाए और कहा कि कांग्रेस सत्ता से दूर जरूर है, पर खत्म नहीं हुई। कांग्रेस को मौका मिला तो 73वें-74वें संशोधन के तहत जनप्रतिनिधियों को फिर ताकत दी जाएगी। सरपंच आज सिर्फ नाम के मुखिया हैं।
नेहरू की सोच को किया याद
डॉ. पंवार ने मीडिया से बातचीत में बताया कि पंचायती राज व्यवस्था की नींव 2 अक्तूबर 1959 को पंडित जवाहरलाल नेहरू ने नागौर से रखी थी। आज यह थ्री-टायर सिस्टम पूरे देश में लागू है, जिसमें हजारों जनप्रतिनिधि चुनकर आते हैं और हर वर्ग की भागीदारी सुनिश्चित होती है, लेकिन आज स्थिति चिंताजनक है, क्योंकि हालिया समय में ग्राम सभाएं या तो बंद हो गई हैं या केवल कागजों तक सीमित रह गई हैं।

प्रदेश स्तरीय बैठक में मौजूद राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सुनील पंवार व अन्य।
गांवों का दौरा कर जुटाई रिपोर्ट
संगठन की टीम ने बीते दिनों हरियाणा के कई गांवों का दौरा किया और पाया कि पंचायती राज व्यवस्था टूटने की कगार पर है। ग्राम सभाएं पूरी तरह ठप पड़ी हैं और डी-सेंट्रलाइज की जो अवधारणा थी, वह लगभग समाप्त हो चुकी है। सरपंचों के पास न निर्णय लेने की आज़ादी है, न किसी निर्माण कार्य में भाग लेने का अधिकार। जब उन्होंने अपने अधिकारों की मांग की, तो सरकार ने उन पर लाठियां बरसाई।
भ्रष्टाचार को 100 गुना बढ़ा दिया
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा ‘बिना खर्ची, बिना पर्ची’ की बात तो करती है, लेकिन असल में भ्रष्टाचार को 100 गुना बढ़ा दिया गया है। डॉ. पंवार ने तंज कसते हुए कहा कि आज तहसील में जो काम पहले 5 रुपए में हो जाता था, अब उसके लिए 500 रुपए देने पड़ते हैं।
सरपंच को सिर्फ मुखिया बनाकर छोड़ा
उन्होंने कहा कि आज सरपंचों को गांवों का सिर्फ मुखिया बनाकर छोड़ दिया गया है। उनके पास कोई अधिकार नहीं है, तो फिर वह केवल नाम का मुखिया रह गया है। न तो वे कुछ बोल सकते हैं, न ही कोई काम कर सकते हैं।
कांग्रेस सत्ता से दूर, खत्म नहीं
डॉ. सुनील पंवार ने कांग्रेस को लेकर हो रही चर्चाओं पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सत्ता से दूर हो सकती है, लेकिन वह खत्म नहीं हुई। यह जनता का जनादेश होता है और उसे स्वीकार करना चाहिए। कांग्रेस केवल एक पार्टी नहीं, बल्कि आजादी की भावना है और इस भावना को लोगों के मन से निकाल पाना नामुमकिन है।