करंट के चपेट में आने से चचेरे भाई-बहन की मौत: जमीन पर छटपटा रही थी लड़की, बचाने गया भाई भी झुलसा; 24 दिन पहले हुई शादी – Bhojpur News

भोजपुर में गुरुवार सुबह बिजली के तार की चपेट में आने से चचेरे भाई-बहन की करंट लगने से मौत हो गई। लड़की सुबह-सुबह टॉयलेट के लिए घर से बाहर गई थी। इसी दौरान बोरिंग में जोड़े गए बिजली की तार की चपेट में आने से वो जमीन पर गिरकर छटपटाने लगी। जब लड़की को उ
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जानकारी के मुताबिक, करंट लगने के बाद भाई-बहन चिल्लाने लगे। शोर सुनकर घर के मौजूद सदस्य मौके पर पहुंचे और माजरा समझकर पहले बोरिंग को कनेक्ट करने वाले स्विच को ऑफ किया और दोनों घायलों को आरा सदर अस्पताल ले जाने लगे। बताया जा रहा है कि अस्पताल में दोनों को देखने के बाद डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मामला बिहिया थाना क्षेत्र के खाखोबान गांव की है।
मृत चचेरे भाई बहनों की पहचान बिहिया थाना क्षेत्र के पोस्ट भड़सरा के खाखोबान गांव के रहने वाले केदार यादव के 21 साल के बेटे पप्पू कुमार और पप्पू की चचेरी बहन नंदन यादव की 16 साल की बेटी कविता कुमारी के रूप में हुई है।

घटना के शिकार पप्पू यादव की शादी 5 मई को हुई थी।
25 दिन पहले हुई थी पप्पू यादव की शादी
घटना की जानकारी देते हुए पप्पू के भाई गुड्डू ने बताया कि मृतक मेरा छोटा भाई था। पप्पू की शादी 25 दिन पहले 5 मई को बक्सर जिले के सोनवर्षा थाना क्षेत्र के नेवारी गांव के रहने वाले उमेश यादव की बेटी गुड़िया कुमारी से हुई थी। जबकि मेरी चचेरी बहन कविता 10वीं की छात्रा थी। आज सुबह कविता अपने घर से शौच करने के लिए बधार की ओर गई थी। जहां पहले से मोटर को कनेक्ट करने वाले बिजली के तार की चपेट में आ गई थी।

एक ही घर में दो लोगों की मौत के बाद गांव के लोगों की भीड़ जुट गई।
बहन को भाई उठाने गया तो वो भी बिजली की चपेट में आया
गड्डू ने बताया कि करंट की चपेट में आने के बाद बहन छटपटा रही थी। इसी दौरान पप्पू खेत की ओर से घर की ओर लौट रहा था। उसने बहन को छटपटाता देख उसे बचाने गया, लेकिन वो भी करंट की चपेट में आ गया। इसके बाद बाद परिवार के लोगों की नजर पड़ी तो दोनों को आरा सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने दोनों को देखकर मृत घोषित कर दिया।
उधर, घटना की सूचना के बाद पुलिस सदर अस्पताल पहुंची और दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.मृतक पप्पू 7 भाई बहनों में छठे नंबर पर था, जबकि कविता अपने माता-पिता की इकलौती संतान थी।