कमल हासन के बयान पर नहीं थम रहा विवाद: ‘ठग लाइफ’ का विरोध जारी,शिव राजकुमार बोले–कन्नड़ के लिए जान भी दे सकते हैं

33 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

कमल हासन अपने इस बयान के कारण विवादों में हैं कि कन्नड़ भाषा तमिल से निकली है।
एक्टर कमल हासन के कन्नड़ भाषा पर दिए बयान पर विवाद बढ़ता जा रहा है। शनिवार को कुछ संगठनों ने बेंगलुरु के सिनेमाघरों में जाकर कमल हासन की फिल्म ‘ठग लाइफ’ न दिखाने की अपील की। वहीं, कमल हासन के बयान को लेकर चल रहे बढ़ते विवाद के बीच अभिनेता शिव राजकुमार ने अपनी मातृभाषा के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता को फिर से दोहराया है।
एक्टर शिव राजकुमार ने कहा, “कन्नड़ मेरी पहली पसंद है, इसमें कोई शक नहीं। सभी भाषाएं मेरे लिए जरूरी हैं, लेकिन एक मातृभाषा के रूप में, कन्नड़ मेरी प्राथमिकता है। मैं कन्नड़ के लिए अपनी जान भी दे सकता हूं। जब भी कर्नाटक को लेकर कोई मुद्दा आता है, तो सबसे पहले मैं ही वहां होता हूं।”

शिव राजकुमार ने कहा कि वह कन्नड़ के लिए अपनी जान दे सकते हैं।
इससे पहले शुक्रवार को कमल हासन ने कन्नड़ भाषा पर अपनी टिप्पणी को लेकर जारी विवाद के बीच माफी मांगने से इनकार कर दिया है। उन्होंने चेन्नई में शुक्रवार को अपनी फिल्म ‘ठग लाइफ’ के प्रमोशन के दौरान कहा कि अगर मैं गलत नहीं हूं तो माफी नहीं मांगूंगा। हासन ने कहा था, ‘भारत एक लोकतांत्रिक देश है। मैं कानून और न्याय में विश्वास करता हूं। कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और केरल के लिए मेरा प्यार सच्चा है। जीत हमेशा प्यार की होती है। मुझे पहले भी धमकियां दी गई हैं, लेकिन अगर मैं गलत हूं तो मैं माफी मांगूंगा, अगर गलत हूं तो माफी नहीं मांगूंगा।’
बता दें कि कर्नाटक फिल्म चैंबर ऑफ कॉमर्स (KFCC) ने कमल हासन की फिल्म ‘ठग लाइफ’ की रिलीज पर बैन लगा दिया। KFCC के अध्यक्ष एम नरसिम्हालु ने न्यूज एजेंसी PTI से कहा था कि अगर कमल हासन चाहते हैं कि उनकी फिल्म रिलीज हो तो उन्हें माफी मांगनी होगी।
दरअसल, 24 मई को कमल ने चेन्नई में ‘ठग लाइफ’ के ऑडियो लॉन्च के दौरान कहा था कि कन्नड़ भाषा तमिल से पैदा हुई है। इस बयान के बाद कन्नड़ समर्थक संगठनों ने कन्नड़ लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए उनसे सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की है।

कमल हासन की फिल्म ‘ठग लाइफ’ 5 जून को रिलीज होने वाली है।
कमल हासन के पोस्टर जलाए, कन्नड़ कार्यकर्ता पर मामला दर्ज
पुलिस ने बेंगलुरु में एक कन्नड़ भाषा समर्थक कार्यकर्ता को गिरफ्तार किया है। उसने कमल हासन के पोस्टर जलाए थे। पुलिस ने बताया कि नम्मा करुणादा युवा सेना के अध्यक्ष रविकुमार पवित्र ने 28 मई रात पैराडाइज सर्किल पर हासन के पोस्टर जलाए थे। उसके खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
कमल ने कन्नड़ एक्टर की तरफ इशारा किया था फिल्म के प्रमोशन इवेंट के दौरान कमल ने कन्नड़ एक्टर शिव राजकुमार की तरफ इशारा करके हुए टिप्पणी की थी। उन्होंने शिव राजकुमार की ओर इशारा करके कहा था- ‘शिव राजकुमार मेरे परिवार जैसे हैं, इसलिए यहां हैं। मैंने अपनी बात जीवन, संबंध और तमिल से शुरू की। आपकी भाषा (कन्नड़) तमिल से निकली है, इसलिए आप भी हमारे ही हिस्से हैं।’

कमल ने कन्नड़ एक्टर शिव राजकुमार की तरफ इशारा करते हुए बयान दिया था।
कर्नाटक के CM बोले- कमल हासन को कन्नड़ का इतिहास नहीं पता कर्नाटक में कांग्रेस सरकार का नेतृत्व कर रहे मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने 28 मई को कन्नड़ भाषा पर टिप्पणी के लिए कमल हासन की आलोचना की थी। उन्होंने कहा था, ‘कन्नड़ का इतिहास बहुत पुराना है। बेचारे कमल हासन को इसकी जानकारी नहीं है।’
कमल बोले- इतिहासकारों ने मुझे भाषा का इतिहास पढ़ाया कर्नाटक CM की आलोचना पर कमल हासन ने कहा था कि बहुत से इतिहासकारों ने मुझे भाषा का इतिहास पढ़ाया है। उन्होंने 28 मई को तिरुवनंतपुरम में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा था, ‘मैंने जो कहा, वह प्यार में कहा था। बहुत से इतिहासकारों ने मुझे भाषा का इतिहास पढ़ाया है। मेरा कोई मतलब नहीं था। राजनेता भाषा के बारे में बात करने के लिए योग्य नहीं हैं। उनके पास इस बारे में बात करने की योग्यता नहीं है, उसमें मैं भी शामिल हूं। हमें इन गंभीर मुद्दों पर चर्चाओं को इतिहासकारों, पुरातत्वविदों और भाषा विशेषज्ञों पर छोड़ देना चाहिए।’
भाजपा ने कहा- एक्टर ने कन्नड़ भाषा का अपमान किया कांग्रेस के साथ-साथ भाजपा ने भी एक्टर के बयान की आलोचना की। कर्नाटक में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विजयेंद्र येदियुरप्पा ने कहा था कि दूसरों की भाषा का अपमान करना असभ्य व्यवहार है। ये कमल हासन का घमंड है कि उन्होंने कन्नड़ सहित कई भाषाओं में काम किया, लेकिन उन्होंने तमिल भाषा के महिमामंडन में एक्टर शिव राजकुमार को शामिल करके कन्नड़ भाषा का अपमान किया है।
केंद्र सरकार और तमिलनाडु सरकार के बीच ट्राई लैंग्वेज पॉलिसी को लेकर विवाद चल रहा है। न्यू एजुकेशन पॉलिसी 2020 के तहत सिफारिश की गई थी कि स्टूडेंट्स 3 भाषाएं सीख सकता है, लेकिन किसी भाषा को अनिवार्य नहीं किया गया है। राज्यों और स्कूलों को यह तय करने की आजादी है कि वे कौन-सी 3 भाषाएं पढ़ाना चाहते हैं। तमिलनाडु सरकार हिंदी भाषा का विरोध कर रही है।
हासन बोले थे- तमिलों ने भाषा के लिए जान गंवाई, इससे मत खेलो ट्राई लैंग्वेज (तमिल, हिन्दी और अंग्रेजी) विवाद को लेकर 21 फरवरी को भी कमल हासन ने कहा था- तमिल भाषा उनकी सांस्कृतिक पहचान है। लोगों ने इसके लिए जान गंवाई है। इसके साथ खिलवाड़ न करें।
चेन्नई में अपनी पार्टी मक्कल नीधि मय्यम के 8वें स्थापना दिवस पर हासन ने कहा- भाषा के मुद्दे को हल्के में न लिया जाए। तमिलनाडु के बच्चे भी जानते हैं कि उन्हें कौन सी भाषा चाहिए। उनके पास अपनी समझ है।
तमिलनाडु में कैसे शुरू हुआ ट्राय लैंग्वेज वॉर…
15 फरवरी: धर्मेंद्र प्रधान ने वाराणसी के एक कार्यक्रम में तमिलनाडु सरकार पर राजनीतिक हितों को साधने का आरोप लगाया।

18 फरवरी: उदयनिधि बोले- केंद्र लैंग्वेज वॉर शुरू न करें
चेन्नई में DMK की रैली में डिप्टी CM उदयनिधि स्टालिन ने कहा- धर्मेंद्र प्रधान ने खुलेआम धमकी दी है कि फंड तभी जारी किया जाएगा, जब हम ट्राई लैंग्वेज फॉर्मूला स्वीकार करेंगे, लेकिन हम आपसे भीख नहीं मांग रहे हैं। जो राज्य हिंदी को स्वीकार करते हैं, वे अपनी मातृभाषा खो देते हैं। केंद्र लैंग्वेज वॉर शुरू न करे।

23 फरवरी: शिक्षा मंत्री ने स्टालिन को लेटर लिखा
ट्राई लैंग्वेज विवाद पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन को लेटर लिखा। उन्होंने नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP) के विरोध की आलोचना की। उन्होंने लिखा, ‘किसी भी भाषा को थोपने का सवाल नहीं है, लेकिन विदेशी भाषाओं पर अत्यधिक निर्भरता खुद की भाषा को सीमित करती है। NEP इसे ही ठीक करने का प्रयास कर रही है।’
25 फरवरी: स्टालिन बोले- हम लैंग्वेज वॉर के लिए तैयार हैं स्टालिन ने कहा- केंद्र हमारे ऊपर हिंदी न थोपे। अगर जरूरत पड़ी तो राज्य एक और लैंग्वेज वॉर के लिए तैयार है।

………………………………..
भाषा विवाद से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें…
CM स्टालिन बोले- तमिलनाडु लैंग्वेज वॉर के लिए तैयार, भाजपा बोली- विरोध इसलिए ताकि बच्चे प्राइवेट स्कूलों में पढ़ें

केंद्र और राज्य सरकार के बीच ट्राई लैंग्वेज विवाद को लेकर तमिलनाडु CM एमके स्टालिन ने कहा कि केंद्र हमारे ऊपर हिंदी न थोपे। अगर जरूरत पड़ी तो उनका राज्य एक और लैंग्वेज वॉर के लिए तैयार है। ट्राई लैंग्वेज पॉलिसी को लेकर साउथ के राज्यों और केंद्र सरकार के बीच लंबे समय से विवाद बना रहा है। पूरी खबर पढ़ें…
शाह बोले-तमिल न बोल पाने के लिए माफी मांगता हूं:यह दुनिया की सबसे पुरानी भाषा

तमिलनाडु में ट्राई लैंग्वेज पॉलिसी पर जारी विवाद के बीच गृह मंत्री अमित शाह ने कोयंबटूर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा- सबसे पहले, मैं तमिल भाषा न बोल पाने के लिए माफी मांगना चाहता हूं। यह दुनिया की सबसे पुरानी भाषा है। पूरी खबर पढ़ें…