ओडिशा में मिसाइल टेस्टिंग, 10 हजार लोग शिफ्ट किए गए: बालासोर के 10 गांव खाली कराए गए; 300 रुपए मुआवजा मिला, ग्रामीण नाराज

भुवनेश्वर2 घंटे पहले
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23 अगस्त 2022 को ओडिशा के बालासोर में ध्रुवास्त्र गाइडेड मिसाइल का परीक्षण किया गया था। (फाइल फोटो)
ओडिशा के बालासोर में बुधवार को एक मिसाइल की टेस्टिंग होनी है, जिसके लिए 10 गांवों के 10 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया गया है। मिसाइल की टेस्टिंग बालासोर के चांदीपुर के इंटीग्रेटेड टेस्टिंग रेंज (ITR) के लॉन्च पैड-3 से होगी।
इसके अलावा मिसाइल से जुड़ी कोई भी जानकारी डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (DRDO) ने फिलहाल शेयर नहीं की है। हालांकि, रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने कहा है कि मिसाइल टेस्टिंग से पहले अलग-अलग फेज में तैयारी की जाती है।
इसमें तय किया जाता है कि जमीन पर कितनी दूरी तक मिसाइल का प्रभाव पड़ेगा। इसी प्रोसेस के तहत DRDO ने ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। इसके अलावा उन्हें मुआवजे के लिए 300 रुपए भी दिए गए हैं। हालांकि ग्रामीणों ने इस पर नाराजगी जताई है।

2022 में इंडियन नेवी और DRDO ने ओडिशा के चांदीपुर ITR से वर्टिकल लॉन्च शॉर्ट रेंज सरफेस-टू-एयर VL-SRSAM मिसाइल की सफल टेस्टिंग की थी। यह तब की ही तस्वीर है।
गांववाले बोले- 300 रुपए का मुआवजा काफी कम
गांववालों ने कहा है कि मुआवजा काफी कम मिल रहा है। जिला प्रशासन ने अस्थायी रूप से विस्थापित लोगों के लिए तय की गई मुआवजे की राशि में लंबे समय से कोई बदलाव नहीं किया गया है।
साथ ही कहा कि लॉन्चिंग रेंज में एक तालाब भी आता है, जहां काम करने वाले मछुआरों और खेतिहर मजदूरों को अभी मुआवजा नहीं दिया जाता है। ग्रामीणों ने कहा कि इस संबंध में बालासोर के SDM को ज्ञापन सौंपा गया है और हमारी मांगों को जल्द मानने की बात कही गई है।
सुबह 4 बजे घरों को छोड़ने का आदेश
प्रशासन ने मिसाइल लॉन्चिंग से पहले लॉन्च पैड के 3.5 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले 10,581 लोगों को अस्थायी रूप से हटाया है। जिला प्रशासन ने हटाए जाने वाले लोगों को पहले ही बता दिया था कि आपको 24 जुलाई 2024 की सुबह चार बजे घर छोड़कर अस्थाई कैंप में जाना होगा। मिसाइल टेस्टिंग के बाद जब प्रशासन जानकारी देगा तभी वे सभी अपने घर पर वापस आ सकेंगे।
बैंक में ट्रांसफर की जाएगी मुआवजे की रकम
प्रशासन के मुताबिक, मिसाइल लॉन्चिंग की वजह से प्रभावित होने वाले लोगों को स्कूलों और अस्थायी टेंट में रोका गया है। राहत कैंप में रहने और खाने-पीने के लिए उचित व्यवस्था की गई है। लोगों की मदद करने के लिए सरकारी अधिकारियों और पुलिस की तैनाती की गई है।
साथ ही बताया गया है कि इन लोगों के मुआवजे की रकम इनके बैंक खातों में ट्रांसफर कर दी जाएगी। प्रत्येक व्यक्ति को 300 रुपए दिए जाएंगे। वहीं, 18 साल से कम उम्र वालों को मुआवजे के तौर पर 150 रुपए दिए जाएंगे। बच्चों को 75 रुपए खाने-पीने के लिए अलग से दिए जाएंगे।
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