Published On: Sun, Jun 8th, 2025

एकतरफा प्यार में डेटा ऑपरेटर ने की थी आत्महत्या: महिला सिपाही से बात करने की थी अंतिम इच्छा, 10 कॉल किया था; एक भी नहीं किया रिसीव – Purnia News


पूर्णिया के सरसी थाने में तैनात डेटा ऑपरेटर की मौत हुई थी। शव थाने से 100 मीटर दूर कोसी प्रोजेक्ट के बिल्डिंग के कमरे में फंदे से लटका मिला था। FSL की टीम को ललित का मोबाइल मिला है। कॉल डिटेल, टेक्स्ट मैसेज और वॉट्सएप चैट सुसाइड की ओर इशारा कर रहे है

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पुलिस सूत्रों के अनुसार ललित को थाने की महिला सिपाही अच्छी लगती थी। उससे एकतरफा प्यार था। मरने से पहले ललित ने महिला सिपाही को 10 बार फोन किया था। वो आखिरी बार बात करना चाहता था। बात करने के लिए मैसेज भी किया था, पर कोई रिप्लाई नहीं मिला।

ललित के कमरे की ऊंचाई 10 फीट थी। लाइट-रोशनी की व्यवस्था नहीं थी। ललित ने अपने मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाई और फंदे से लटक गया। पुलिस ने जब लाश बरामद किया था तब भी मोबाइल की लाइट ऑन थी।

करीब घंटे भर बाद महिला सिपाही ने ललित ने कॉल बैक किया, पर तब तक देर हो चुकी थी। अगले दिन ललित थाने पर नहीं आया। जब फोन पर भी बात नहीं हुई तो महिला सिपाही और एक अन्य व्यक्ति ललित के कमरे पर गए। जिसके बाद मौत की सूचना पुलिस को दी गई।

डेटा ऑपरेटर ललित ने क्यों की आत्महत्या, पढ़े पूरी रिपोर्ट…

ललित की लाश कमरे में फंदे से लटकती मिली थी।

ललित की लाश कमरे में फंदे से लटकती मिली थी।

महिला सिपाही की बातचीत, हंसी-मजाक को प्यार समझ बैठा

पुलिस सूत्रों के अनुसार ललित महिला सिपाही की बातचीत, हंसी-मजाक को प्यार समझ बैठा था। महिला मित्र को जैसे ही ये महसूस हुआ, उसने ललित से दूरी बनानी शुरू कर दी। कुछ ही दिनों बाद ललित को महिला सिपाही के 3 लड़कों से अफेयर होने की बात पता चली। महिला मित्र की सच्चाई जानकर ललित को गहरा झटका लगा। इस सच ने उसे अंदर से तोड़ दिया था। इस बात पर ललित की महिला सिपाही से फोन पर लंबी लड़ाई हुई थी।

उसने ललित से बातचीत काफी कम कर दी थी। इसे लेकर ललित परेशान रहता था। प्यार में मिल रही निराशा, इग्नोरेंस और जीरो रिस्पॉन्स से टूटे ललित ने पहले ही सुसाइड का प्लान बना लिया था।

2 दिन तक ललित ने यू-ट्यूब और गुगल पर सुसाइड से जुड़ी वीडियो देखा। सुसाइड के तरीके सीखे थे। 30 मई को ड्यूटी से छूटते ही कमरे पर गया। थाना से कमरा 3 किमी दूर था। वहां से फिर बाजार रस्सी खरीदने गया था। उस दुकान की भी पहचान कर ली गई है, जहां से ललित ने प्लास्टिक की रस्सी खरीदी थी।

मौके पर जांच के लिए पहुंची थी पुलिस।

मौके पर जांच के लिए पहुंची थी पुलिस।

पुलिस जल्द परिजनों को ललित का मोबाइल दिखाएगी

कुछ करीबी दोस्तों को ललित के एकतरफा प्यार की जानकारी थी। पुलिस जल्द सुसाइड से जुड़ी सबूतों के साथ परिजनों को ललित का मोबाइल दिखा सकती है। जिसमें ललित के डायल कॉल, आखिरी टेक्स्ट और व्हाट्सप्प मैसेज और कई दूसरी सीक्रेट जानकारियां शामिल है।

ललित मौत मामले पर निर्दलीय सांसद पप्पू यादव, मंत्री लेशी सिंह, पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा, जनसूरज के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू सिंह, कसबा विधायक अफाक आलम और रालोसपा जिलाध्यक्ष रमेश कुशवाहा सहित अन्य के बढ़ते पॉलिटिकल प्रेशर, 72 घंटे के भीतर जांच रिपोर्ट सौंपने और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग को देखते हुए एसपी कार्तिकेय शर्मा जल्द पूरे मामले का खुलासा कर सकते।

बिल्डिंग के नीचे लगी थी स्थानीय लोगों भीड़।

बिल्डिंग के नीचे लगी थी स्थानीय लोगों भीड़।

सरसी थाना के थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर किया गया था

दरअसल, ललित ने 30 मई की रात 8 बजे के बाद सुसाइड किया था। 31 मई की देर शाम सरसी थाना में कार्यरत डेटा एंट्री आपरेटर ललित कुमार दास का शव संदिग्ध स्थिति में थाना से महज 300 मीटर की दूरी पर स्थित कोसी कॉलोनी प्रोजेक्ट के कमरे में फंदे से लटका मिला था।

फॉरेंसिक ने मौके से कई अहम सबूत इक्ट्ठा किए थे और ललित के मोबाइल को जब्त कर लिया था। साथ ही बनमनखी एसडीपीओ ने ललित के कमरे को सील कर दिया था। इसके बाद मामले पर बढ़ते पॉलिटिकल प्रेशर और हंगामे को देखते हुए डीआईजी के निर्देश पर एसपी कार्तिकेय शर्मा ने सरसी थाना के थानाध्यक्ष मनीष चंद्र यादव को लाइन जाहिर कर दिया था।

ललित के भाई के आवेदन पर सरसी थानाध्यक्ष मनीष चंद्र यादव और एसआई आयुष राज के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गई थी।

एसपी कार्तिकेय शर्मा ने कहा है कि एसआईटी पूरे मामले की जांच कर रही है।

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