ऊर्जा विभाग के ACS संजीव हंस पद से हटाए गए: वेटिंग फॉर पोस्टिंग में रहेंगे, गैंगरेप और आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप – Patna News

ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव सीनियर IAS संजीव हंस को पद से हटा दिया है। उन्हें अभी कहीं पोस्टिंग नहीं दी गई है। संजीव हंस के खिलाफ ईडी जांच कर रही है। उन पर गैंगरेप और आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। उनकी जगह ऊर्जा विभाग का चार्ज आईएस संदीप
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गैंगरेप की पुष्टि के बाद काली कमाई का सबूत
सीनियर आईएएस संजीव हंस पर गैंगरेप के आरोप की जांच के दौरान पटना पुलिस को काली कमाई के कई बड़े साक्ष्य मिले हैं। इन साक्ष्यों को विजलेंस को दिया गया है, जिसके बाद एजेंसियों का एक्शन शुरू हो गया। संजीव हंस और गुलाब यादव के ठिकानों से कई ऐसे दस्तावेज बरामद हुए हैं, जिसमें राज्य के अन्य आईएएस अफसरों से लेन देन के सबूत हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हंस और यादव के चार शहरों के 20 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी कर अहम सबूत जुटाए हैं।
अब जानिए कौन हैं संजीव हंस
संजीव हंस ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव के साथ-साथ बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड (BSPHCL) के सीएमडी भी हैं। संजीव हंस के कारण बीएसपीएचसीएल को इस साल एसकेओसीएच (SKOCH) गोल्ड अवॉर्ड मिला। ऊर्जा के क्षेत्र में असाधारण योगदान के लिए प्रतिष्ठित स्कॉच गोल्ड अवॉर्ड मिला है। संजीव हंस के कार्यकाल के दौरान बिहार ने इस साल एसएएमएएसटी के सभी मॉड्यूल को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए पूर्वी राज्यों में शीर्ष स्थान भी हासिल किया है।
पीड़िता के बच्चे के लिए खरीदी प्रॉपर्टी
गैंगरेप पीड़िता का कई बार गर्भपात कराया गया, लेकिन बाद में एक बच्चा पैदा हुआ। बच्चा गुलाब यादव और संजीव हंस के गैंगरेप के बाद पैदा हुआ, लेकिन किसी ने इसे अपना बच्चा नहीं माना। बाद में मामले को मैनेज करने के लिए इलाहाबाद के प्रॉपर्टी डीलर मधुकर मिश्रा के जारिए दो करोड़ रुपए बच्चे के नाम से इनवेस्ट किए गए।
एसएसपी ने रिपोर्ट में संबंधित डीलर का बयान दर्ज करने का निर्देश दिया है। गुलाब यादव ने 2021 में भी पीड़िता को दिल्ली के बिहार निवास में बुलाया था। जहां फ्लैट लेने के लिए गुलाब यादव ने नवीन नाम के ब्रोकर से संपर्क कराया था। रेप की जांच के दौरन बड़े पैमाने पर पैसे के लेन देन का सबूत मिला है।

गुलाब यादव ने 2021 में भी पीड़िता को दिल्ली के बिहार निवास में बुलाया था।
पीड़िता के खाते में कहां से आते थे पैसे
पुलिस की जांच में पीड़िता के खाते में पैसे आने का साक्ष्य मिले हैं। यह पैसे कहां से जमा होते थे, इसकी जांच की जा रही है। एसएसपी की रिपोर्ट में गवाह सुनील सिन्हा के हवाले से कहा गया है कि मकान, जमीन और गाड़ी लेने के नाम पर पांच करोड़ रुपए देने की बात सामने आई है, जिसका वीडियो फुटेज भी साक्ष्य के तौर पर पुलिस को दिया गया है।
गवाह सुनील सिन्हा ने रुपए की काउंटिंग के दौरान उमेश नाम के स्टाफ के होने का साक्ष्य दिया है, जिसका बयान पुलिस ने दर्ज किया है। एसएसपी की रिपोर्ट में चंडीगढ़ के रिसॉर्ट और मर्सिडीज से लेकर अरबों की संपत्तियों का उल्लेख है।
आईएएस को काम के बदले मिलती थी ब्लैक मनी
एसएसपी की रिपोर्ट में रेप केस के गवाह सुनील सिन्हा के बयान को स्पेशल विजलेंस को भेजने का उल्लेख है। इसमें सुनील सिन्हा ने बताया कि चंडीगढ़ में संजीव हंस के एक रिसॉर्ट 95 करोड़ रुपए में खरीदा है। यह सुरेश प्रसाद सिंघल के नाम पर है। सुनील सिन्हा ने यह भी बयान दिया कि प्रीपेड मीटर वालों ने एक मर्सिडीज गाड़ी संजीव हंस को गिफ्ट किया है।
इतना ही नहीं, प्रीपेड मीटर वालों से जो पैसा मिला, उसे संजीव हंस ने सहारा में जमीन लेने के लिए गुलाब यादव और सुभाष यादव के साथ लगाया है।
एसएसपी ने इस बयान को गंभीरता से लिया और सुनील सिन्हा के बयान के आधार पर रिपोर्ट तैयार कर गोपनीय तरीके से अपर पुलिस महानिदेशक स्पेशल विजिलेंस विशेष सतर्कता इकाई को भेजने का निर्देश दिया था।
इसके बाद ही जांच एजेंसियां एक्टिव हुईं और संजीव हंस के साथ गुलाब यादव के ठिकानों पर रेड की। गवाह ने गुलाब यादव और संजीव हंस की काली कमाई का पूरा लेखा जोखा पटना पुलिस को दिया था।

6 दिन पहले ED ने संजीव हंस के पटना आवास पर रेड की थी।
आईएएस का हवाला कनेक्शन
गैंगरेप पीड़िता ने आईएएस की काली कमाई और हवाला कनेक्शन के सबूत दी है। सूत्र बताते हैं कि हवाला के माध्यम से बड़े पैमाने पर पैसे का लेन देना होता था। पुलिस ने पीड़िता के हवाला के माध्यम से ब्लैक मनी के लेन देन के साक्ष्यों की जांच कर रही है। पुलिस अधिकारियों ने अनुंसाधनकर्ता को इस संबंध में विशेष जांच का निर्देश दिया है।
पीड़िता ऐसे ही संजीव हंस के हर काले कारनामे की राजदार बन गई। पटना पुलिस को उसने फ्लैट के कागजात दिए हैं। खाता से लेनदेन का भी पूरा हिसाब किताब दिया है। प्रयागराज में भी खरीदे गए फ्लैट का पूरा सबूत पटना पुलिस को दिया गया है। पीड़िता को गिफ्ट में दी गई गाड़ी की भी जानकारी पुलिस को दी गई है।
संजीव हंस से जुड़े अफसरों की पत्नियां भी रडार पर
सूत्रों की माने तो ED को कई ऐसे सबूत मिले है, जिसमें संजीव हंस से जुड़े आईएएस अफसर और उनकी पत्नियां रडार पर हैं। ऐसे सबूतों से राज्य के अन्य आईएएस अफसरों पर शिकंजा कस सकता है। कई सीनियर आईएएस का खाता भी सामने आया है, जिसमें पैसा भेजा और मंगाया गया है। ऐसे साक्ष्य के आधार पर अब ED बड़ा एक्शन ले सकती है।
बिहार के कई आईएएस अफसरों की कुंडली खंगाली जा रही है। बिहार के कुछ बड़े अधिकारियों और उनकी पत्नियों की महंगी शॉपिंग से लेकर महंगे गिफ्ट समेत अन्य सामानों के लेन देन का खुलासा हुआ है। अब इसकी जांच पड़ताल की जा रही है। सूत्र बताते हैं कि ED की अगली कार्रवाई में बिहार के कई बड़े अफसरों पर एक्शन हो सकता है।

गुलाब यादव और संजीव हंस की पत्नियां भी बिजनेस पार्टनर हैं।
संजीव और गुलाब की पत्नी बिजनेस पार्टनर
ईडी की रेड में जो साक्ष्य मिला है, उसके मुताबिक संजीव हंस की पत्नी नवनीत और गुलाब यादव के साथ उनकी पत्नी एमएलसी अंबिका बिजनेस पार्टनर रहे हैं। पुणे में सीएनजी स्टेशन से लेकर जमीन में बड़ा इनवेस्टमेंट किया गया है। इसके अलावा दिल्ली में भी बड़ी प्रोपर्टी बनाई है। कई जगह निवेश के साक्ष्य ED के हाथ लगे हैं।
इतना ही नहीं सूत्र बताते हैं कि दिल्ली के कुछ वेंडरों और छोटी कंपनियों को ठेका दिलाने से जुड़े कागजात भी मिले हैं। इसमें भी बड़े पैमाने पर लेन देन का प्रमाण मिला है। अब जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि काली कमाई के इस नेक्सस में और कौन-कौन लोग शामिल हैं।
एक-एक कर सबकी कुंडली खंगाली जाएगी। संजीव हंस और गुलाब यादव की पत्नी के बैंक खातों से बड़े लेन देने के भी सबूत मिले हैं। संजीव हंस के घर से लाखों रुपए की विदेशी घड़ियां मिली थीं, जिसके कोई कागज नहीं मिले हैं।
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मेरे साथ बिहार के IAS संजीव हंस और झंझारपुर के पूर्व विधायक गुलाब यादव ने मिलकर गैंगरेप किया है। मेरा मुंह बंद करने के लिए रेप का लाइव वीडियो बनाया गया। बार-बार वीडियो वायरल करने की धमकी दी जाती थी। कभी धमकी देकर तो कभी नशीली गोली खिलाकर गैंगरेप किया। गर्भवती हुई ताे मेरा गर्भपात करा दिया गया…। यह गंभीर आरोप उस पीड़िता के हैं, जो एक वकील भी है। पीड़िता की शिकायत पर पटना पुलिस ने मामले की जांच की और आरोपों को सही पाया है। भास्कर के पास पटना एसएसपी की जांच रिपोर्ट की कॉपी है। इसमें पीड़िता के साथ IAS संजीव हंस और पूर्व विधायक गुलाब यादव ने क्या-क्या किया? इसका पूरा कच्चा चिट्ठा सिलसिलेवार लिखा गया है। पढ़िए पूरी खबर
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