Published On: Wed, Nov 6th, 2024

इस आंगनबाड़ी केंद्र पर प्ले ग्रुप जैसी सुविधाएं, इसके आकर्षण में खिंचे चले आएंगे बच्‍चे


धौलपुर: आजाद भारत के 77 वर्षों बाद भी ग्रामीण शिक्षा का स्तर अपेक्षाकृत निम्न बना हुआ है. ग्राम पंचायतों में स्थित आंगनबाड़ी केंद्रों और राजकीय विद्यालयों में मूलभूत सुविधाओं और संसाधनों की कमी के चलते विद्यार्थी उत्तम शिक्षा से वंचित हो रहे हैं. इन समस्याओं के कारण बच्चों का आंगनबाड़ी और स्कूलों में मन कम लगने लगता है, जिससे उनकी शिक्षा अधूरी रह जाती है. सरकार द्वारा बेहतर शिक्षा के लिए बजट का आवंटन किया जाता है, लेकिन जमीनी स्तर पर योजनाएं कारगर होती नहीं दिखतीं.

ऐसे में, सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय मंजरी फाउंडेशन जिले के विभिन्न स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए संजीवनी की भूमिका निभा रही है. मंजरी फाउंडेशन ने सरमथुरा उपखंड की खरोली ग्राम पंचायत के बड़ागांव स्थित एक जर्जर और खस्ताहाल आंगनबाड़ी केंद्र की सूरत अपने अनूठे प्रयासों से पूरी तरह बदल दी है, जो अब सरकार और विभागों के लिए मिसाल बन गई है. एसबीआई कार्ड के सहयोग से फाउंडेशन ने इस आंगनबाड़ी केंद्र को एक प्ले ग्रुप में परिवर्तित किया है.

आधुनिक प्ले ग्रुप जैसा आता है नजर
फाउंडेशन ने केंद्र की दीवारों पर विद्यार्थियों के लिए शिक्षा और अनुशासन संबंधी चित्रकारी कराई है, जिससे बच्चे प्रतिदिन नई बातें सीख रहे हैं. इसके अलावा बच्चों के खेलने के लिए खिलौने, बैठने के लिए स्टूल, मेज, कारपेट, शुद्ध पेयजल के लिए कैंपर, बच्चों का वजन तौलने के लिए मशीन, सफाई बनाए रखने के लिए डस्टबिन, सुरक्षा के लिए सीसीटीवी और बिजली के लिए सोलर पैनल जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं. मंजरी फाउंडेशन के इन प्रयासों से बड़ागांव का आंगनबाड़ी केंद्र अब एक आधुनिक प्ले ग्रुप जैसा नजर आता है, जो बच्चों के लिए न केवल एक आकर्षक वातावरण बल्कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का केंद्र भी बन चुका है.

Tags: Dholpur news, Local18

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