इंडिगो-टर्किश एयरलाइंस गठजोड़ को क्यों मिली मोहलत, केंद्र ने दिया ये जवाब

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Turkey News Today: भारत में तुर्की विरोधी माहौल के बीच DGCA ने इंडिगो को टर्किश एयरलाइंस से लिए गए दो बोइंग विमानों के संचालन के लिए 31 अगस्त 2025 तक तीन महीने की मोहलत दी है. इंडिगो की तरफ से बार-बार सरकार से …और पढ़ें

इंडिगो को मोहलत मिल गई है. (File Photo)
हाइलाइट्स
- इंडिगो को टर्किश एयरलाइंस से लीज पर लिए विमानों के संचालन की मोहलत मिली.
- DGCA ने यात्रियों की सुविधा के लिए तीन महीने की मोहलत दी.
- इंडिगो-टर्किश एयरलाइंस समझौता 2023 से जारी है.
नई दिल्ली. ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने जब पाकिस्तान पर एक्शन लिया तो तुर्की की तरफ से बिना देरी किए पाकिस्तान की मदद के लिए कदम उठाए गए. इसके बाद से ही भारत में तुर्की विरोधी माहौल है. ऐसे में भारत में काम कर रही तुर्की की कंपनियों पर लगातार एक्शन लिया जा रहा है. इसी बीच नागर विमानन महानिदेशालय यानी DGCA की तरफ से यह जानकारी दी गई कि इंडिगो एयरलाइंस को टर्किश एयरलाइंस से डैम्प लीज पर लिए गए दो बोइंग B777-300ER विमानों के संचालन के लिए तीन महीने का अतिरिक्त वक्त दे दिया गया है. अब 31 अगस्त 2025 तक इंडिगो को यह मोहलत मिल गई है.
क्यों मिली तीन महीने की मोहलत?
इंडिगो की तरफ से डीजीसीए के सामने पत्र लिखकर टर्किश एयरलाइंस के साथ इस गठजोड़ को जारी रखने के लिए छह महीने का वक्त मांगा गया था, जिसे ठुकरा दिया गया. केंद्र सरकार ने केवल तीन महीने की मोहलत इंडिगो को इसलिए दी ताकि यात्रियों की सुविधा और उड़ानों में व्यवधान से बचा जा सके. इंडिगो ने लिखित आश्वासन दिया कि वह इस अवधि में डैम्प लीज समाप्त कर देगी और भविष्य में विस्तार नहीं मांगेगी.
इंडिगो-टर्किश एयरलाइंस के बीच क्या है समझौता?
इंडिगो 2023 से टर्किश एयरलाइंस के साथ डैम्प लीज़ समझौते के तहत दिल्ली और मुंबई से इस्तांबुल के बीच उड़ानें संचालित कर रही है. इस व्यवस्था में टर्किश एयरलाइंस विमान, पायलट, रखरखाव और बीमा प्रदान करती है, जबकि इंडिगो टिकट बिक्री और ग्राउंड ऑपरेशंस संभालती है. यह गठजोड़ इंडिगो को लंबी दूरी की उड़ानों के लिए वाइड-बॉडी विमानों की कमी को पूरा करने में मदद करता है. खासकर जब आपूर्ति सीरीज में देरी के कारण एयरबस और बोइंग से डिलीवरी में विलंब हो रहा है.

पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और…और पढ़ें
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और… और पढ़ें