Published On: Sat, Jul 20th, 2024

आधा दर्जन मगरमच्छों ने डाला ढेरा, दहशत में जीने को मजबूर गांव वाले, वन विभाग की लापरवाही से गुस्साए ग्रामीण


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बिहार में वन विभाग कर्मियों की लापरवाही की खबर सामने आ रही है। बिहार के पश्चिमी चंपारण में बीते एक माह से मगरमच्छों ने अपना डेरा जमाया हुआ है। इनके होने से गांव वालों में दहशत का माहौल है। लोग अपने घरों से निकलकर पास वाले खेतों में काम करने के लिए जाने से कतरा रहे हैं। गांव वालों ने बताया कि गांव की नहर में करीब आधा दर्जन से ज्यादा मगरमच्छ आ गए हैं, लेकिन वन विभाग इससे बेखबर है। ये मगरमच्छ वाल्मिकीनगर बैराज से छोड़े गए पानी के साथ-साथ बहकर यहां तक पहुंच गए हैं।

गांव वालों ने आरोप लगाया है कि आधा दर्जन से ज्यादा मगरमच्छ प्रखंड के ओझवलिया व सहादतपुर दोनवार शनिचरी गांव के बीच बहने वाले 40 आरडी पुल बड़ी नहर के किनारे मगरमच्छ अपना डेरा जमा लिये हैं। इसके बावदूज वन विभाग सोया हुआ है। वन विभाग की इसी लापरवाही के कारण ग्रामीणों में काफी आक्रोश है। ग्रामीण ब्रजेश महतो, वशिष्ठ महतो ,छेदी महतो, उपेंद्र कुमार, रामू कुमार, बलराम साह सहित अन्य लोगों ने बताया कि लगभग तीन सप्ताह से नहर के किनारे लगभग आधा दर्शन छोटे बड़े मगरमच्छ अपना अड्डा बना लिये हैं। मवेशी पालक अपने मवेशियों को स्नान कराने के लिए नहर के किनारे नहीं जा रहे हैं । किसान ब्रजेश महतो ने बताया कि नहर के किनारे उनका खेती बाड़ी वाला जमीन है। शुक्रवार की दोपहर जब वे नहर के किनारे गए तो दो अचानक मगरमच्छ दिखाई दिया ।

उन्होंने किसी तरह अपनी जान बचाकर वहां से भाग निकले । घटना की जानकारी गांव के लोगों के साथ-साथ स्थानीय मुखिया को दिए । इधर दोनवार पंचायत के मुखिया सविता देवी पति मुन्ना प्रसाद ने बताया कि लगभग तीन सप्ताह से यहां मगरमच्छों ने अपना अड्डा जमा लिया है। ग्रामीणो मे भय का माहौल कामय है। नहर के किनारे अपने खेती की कार्य से जाने वालों किसान काफी भयभीत है। हालांकि जंगल विभाग के अधिकारीयो के खिलाफ ग्रामीण लोगो मे आक्रोश है।अभी तक कोई अधिकारी याहा पर नही पहुंचे है।ग्रामीण परेशान है।

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